यूपी विधानसभा में हेल्थ पर योगी सरकार को घेरने वालीं यह सपा सांसद कौन हैं?

यूपी विधानसभा में समाजवादी पार्टी विधायक रागिनी सोनकर महिला और बाल अपराधों पर योगी सरकार को घेरने की कोशिश. समाजवादी पार्टी विधायक ने योगी सवाल किया कि यूपी में आए दिन महिलाओं और बच्चों का यौन शोषण बढ़ता ज रहा है.

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महिला और बाल सुरक्षा और यौन शोषण से मुद्दे केवल बाहर से ही नहीं होते - CM योगी
लखनऊ:

उत्तर प्रदेश विधानसभा में मंगलवार को महिला और बच्चों की सुरक्षा पर सरकार को घेरने की कोशिश कर रही समाजवादी पार्टी पर सीएम योगी आदित्यनाथ ने डायरेक्ट अटैक कर दिया. योगी ने कहा उनकी सरकार जब ऐंटी रोमियो स्क्वॉड लेकर आई थी, तो समाजवादी पार्टी ने विरोध किया था. हालत यह है कि महिला अपराधों से जुड़े ज्यादातर मामलों में समाजवादी पार्टी के लोग डायरेक्ट या इनडायरेक्ट तौर पर शामिल हैं. उन्होंने तंज भी कसा. महिला सुरक्षा के लिए समाजवादी खुद गंभीर खतरा हैं. अखिलेश और अपनी सरकार के आकंड़े गिनाते हुए कहा कि स्थिति अब कई गुना बेहतर है. सदन में समाजवादी पार्टी की विधायक डॉक्टर रागिनी सोनकर ने मुद्दा उठाया था. जानिए सदन में हुआ क्या...    

दागे कई तीखे सवाल 

यूपी विधानसभा में समाजवादी पार्टी विधायक रागिनी सोनकर महिला और बाल अपराधों पर योगी सरकार को घेरने की कोशिश. समाजवादी पार्टी विधायक ने योगी सवाल किया कि यूपी में आए दिन महिलाओं और बच्चों का यौन शोषण बढ़ता ज रहा है. उन्होंने कहा कि जवाब में सीएम ने खुद इस बात को माना है. आप खुद इस बात को मानते हैं कि बच्चों और महिलाओं के उत्पीड़न में यूपी टॉप पर हैं. सवाल उठाने पर हमें कहा जाता है कि आपने क्या किया. तब लोग इस पर प्रदर्शन करते थे, लेकिन आज आवाज दबाई जा रही है. 2017 से 2023 तक महिलाओं के यौन शोषण और बच्चों पर अत्याचार के कितने केस दर्ज किए गए और सरकार ने उनकी मदद के लिए क्या काम किया. 

योगी का जवाब 

महिला और बाल सुरक्षा और यौन शोषण से मुद्दे केवल बाहर से ही नहीं होते हैं. घर के अंदर भी और घर के बाहर भी. इन दोनों को मुद्दों को ध्यान में रखकर सरकार ने ठोस कदम उठाए हैं. महिला संबंध अपराध को जिसमें घरेलू हिंसा से लेकर यौन हिंसा की तुलना करूं, तो 2016 की तुलना में दहेज जैसी घटना 23-24 के बीच में साढ़े 17 प्रतिशत की कमी आई है. बलात्कार की घटनाओं में 25.30 प्रतिशत की कमी आई है. 17 से 2024 के बीच में उनके खिलाफ यौन उत्पीड़न के मामले में सरकार ने अपनी प्रॉसिक्यून विंग को मजबूत किया है. 24 हजार 402 मामलों में भी तक सजा दिलाई जा चुकी है. 17 से 24 के बीच में पास्को के तहत 9875 अभियोगों में सजा दिलाई गई है. महिलाओं के खिलाफ पास्को अधिनयम 2022 से 24 के मध्य में महिलाओं के खिलाफ पास्को के तहत 16718 को सजा हुई है. इसमें 21 को मृत्युदंड हुई है.

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