'..जज्बातों ने खामोशी से बात की...' आजम पर अखिलेश की शायरी में छिपा है क्या कोडवर्ड?

अब अखिलेश की यह शायरी सिर्फ एक बयान नहीं, बल्कि एक 'कोडवर्ड' है. यह इशारा करता है कि मुलाकात में भले ही जुबानी बातें कम हुई हों. लेकिन आजम खान की बेचैनी और उनके जज़्बात अखिलेश तक पहुंच गए हैं. अखिलेश ने शायराना अंदाज में स्वीकार कर लिया है. हालांकि, इस खामोशी और शायरी के पीछे का असली सियासी राज अभी भी पूरी तरह से खुलना बाकी है.

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  • अखिलेश यादव ने वरिष्ठ नेता आजम खान से उनके आवास पर करीब एक घंटा चालीस मिनट तक मुलाकात की.
  • मुलाकात का उद्देश्य आजम खान की कथित नाराज़गी को दूर करना और पार्टी में एकता बनाए रखना था.
  • अखिलेश यादव ने आजम खान को पार्टी का मजबूत स्तंभ बताते हुए उनके खिलाफ दर्ज मुकदमों पर बीजेपी पर निशाना साधा.
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सपा प्रमुख अखिलेश यादव और वरिष्ठ नेता आजम खान की मुलाकात के बाद राजनीतिक गलियारों में चर्चा तेज हो गई है. यह मुलाकात इसलिए भी खास थी क्योंकि आजम खान बीते 23 सितंबर को जेल से रिहाई के बाद खामोश थे. उनकी रिहाई ने सियासी गलियारों में यह जिज्ञासा पैदा कर दी थी कि जेल से छूटने के बाद यह कद्दावर नेता जब खुलकर बोलेगा, तो कई राज खुलेंगे, लेकिन ऐसा हुआ नहीं. आजम खान ने इस मुलाकात को पारिवारिक भेंट बताकर खत्म कर दिया, पर अखिलेश यादव ने इस पर शायराना अंदाज में प्रतिक्रिया दी. अखिलेश के शब्द थे- "क्या कहें भला उस मुलाकात की दास्तान, जहां बस जज़्बातों ने खामोशी से बात की..."

अखिलेश की शायरी का क्या है  'कोडवर्ड'?

अब अखिलेश की यह शायरी सिर्फ एक बयान नहीं, बल्कि एक 'कोडवर्ड' है. यह इशारा करता है कि मुलाकात में भले ही जुबानी बातें कम हुई हों. लेकिन आजम खान की बेचैनी और उनके जज़्बात अखिलेश तक पहुंच गए हैं. अखिलेश ने शायराना अंदाज में स्वीकार कर लिया है. हालांकि, इस खामोशी और शायरी के पीछे का असली सियासी राज अभी भी पूरी तरह से खुलना बाकी है.

 'पुराने नेता हैं और समाजवादी पार्टी के दरख्त...'

बंद कमरे में हुई मुलाकात के बाद मीडिया से मुखातिब होते हुए अखिलेश यादव ने आजम खान को पार्टी का एक मजबूत स्तंभ बताया और उनके खिलाफ दर्ज मुकदमों को लेकर बीजेपी पर जमकर निशाना साधा. आजम खान से मिलने पहुंचे अखिलेश ने कहा कि मैं आज आदरणीय आजम खान साहब से मिलने आया हूं. उनका हाल-चाल ले रहा हूं. उन्होंने आजम खान के कद को बताते हुए कहा कि वह पुराने नेता हैं और समाजवादी पार्टी के दरख्त हैं.

अखिलेश यादव ने कहा कि इतनी गहरी जड़ें और इतना गहरा उनका साया भी और हमेशा उनका साथ रहा है. आदरणीय आजम खान साहब बहुत पुराने नेता हैं. पार्टी उनके साथ मजबूती से खड़ी है.

मुलाकात की तस्वीरें बयां कर रही कहानी

जब समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव रामपुर पहुंचे. उनका मकसद था आजम खान से मिलने का. तो मिलने की तस्वीर भी आ गई है. आजम के घर पर अपनी कार से उतरते ही अखिलेश ने सबसे पहले वहां हाथ जोड़कर लोगों को नमस्ते किया. तभी पीछे से आजम खान आते हैं और फिर वो तस्वीर सामने आई जिसपर सबकी नजर थी. समाजवादी पार्टी (सपा) प्रमुख अखिलेश यादव ने आज पार्टी के वरिष्ठ नेता आज़म खान से उनके आवास पर मुलाकात की. यह मुलाकात तय समय से ज्यादा देर तक चली. दोनों नेताओं के बीच करीब 1 घंटा 40 मिनट तक बातचीत हुई. सूत्रों के अनुसार, इस लंबी चर्चा का उद्देश्य आजम खान की कथित नाराज़गी को दूर करने की कोशिश करना था.

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एक संदेश देने की कोशिश

अखिलेश ने वहां खड़े मीडियाकर्मियो को मुस्कुराते हुए शायद ये संदेश देने की कोशिश की कि हम अभी भी एक हैं. अखिलेश ने मुस्कुराते हुए हाथ उठाया. उन्होंने हाथ उठाते हुए कई बार आजम की तरफ इशारा भी किया. इस दौरान आजम ने भी लोगों को कुछ कहा. 

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