भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने शुक्रवार को कहा है कि दक्षिण-पश्चिम मॉनसून अंडमान-निकोबार द्वीप समूह पहुंच गया है. इससे संकेत हैं कि मॉनसून जल्द ही मुख्य भूभाग में भी पहुंच जाएगा. IMD ने बताया, ‘‘21 मई को बंगाल की खाड़ी के दक्षिणी हिस्से, निकोबार द्वीप समूह, समूचा दक्षिण अंडमान सागर और उत्तरी अंडमान सागर के कुछ भाग में दक्षिण-पश्चिम मॉनसून आ गया है.'' गौरतलब है कि पिछले सप्ताह IMD ने कहा था कि सामान्य तारीख से एक दिन पहले 31 मई को केरल में मानसून के दस्तक देने की संभावना है. इस मौसमी परिघटना से चार महीने के बारिश के मौसम की शुरुआत होती है. IMD ने इस साल मॉनसून के सामान्य रहने की संभावना जताई है.
इस साल सामान्य रहेगा मॉनसून : मौसम विज्ञान विभाग
मौसम विज्ञान विभाग ने इसके साथ ही मछुआरों को 21 मई से दक्षिण पूर्वी बंगाल की खाड़ी और 'अंडमान' सी में और 23 से 25 मई तक बंगाल की खाड़ी के पूर्वी मध्य हिस्से में नहीं जाने की सलाह दी है. IMD ने कहा है कि 22 मई को बंगाल की खाड़ी के पूर्वी मध्य हिस्से पर एक कम दबाव का क्षेत्र बनेगा जो चक्रवाती तूफान में बदल सकता है और 26 मई को ओडिशा-पश्चिम बंगाल के तटों से टकरा सकता है. इसके बाद अम्फान जैसे एक और तूफान की आशंका गहरा गई है. क्षेत्रीय मौसम निदेशक जीके दास ने बताया कि 25 मई से बंगाल के कई इलाकों में हल्की से मध्यम स्तर की बारिश हो सकती है और कुछ इलाकों में भारी बारिश की संभावना है. इस बीच चक्रवाती तूफान 'ताउते' और पश्चिमी विक्षोभ के कारण देश की राजधानी दिल्ली और उसके आसपास के इलाकों में शुक्रवार सुबह बूंदा बांदी हुई. मौसम विभाग ने दिल्ली के अलग-अलग हिस्सों में बारिश के साथ आंधी-तूफान और बिजली की आशंका जताई है. इस दौरान 60 किलोमीटर प्रति घंटे तक की रफ्तार से तेज हवाएं चल सकती हैं. दिल्ली के आसपास भी हल्की से मध्यम बारिश की संभावना है.