देश में इस समय भीषण गर्मी पड़ रही है, लेकिन मॉनसून की बारिश जल्द होने वाली है. भारत के मौसम विभाग के मुताबिक, मॉनसून इस साल समय से पहले दस्तक देने वाला है. दक्षिण-पश्चिम मॉनसून के 31 मई तक केरल पहुंचने की उम्मीद है. IMD के पूर्वानुमान के मुताबिक, 19 मई को मॉनसून के अंडमान निकोबार में पहुंचने की संभावना है. उसके बाद मॉनसून देश के अन्य हिस्सों की तरफ बढ़ेगा.
मौसम विभाग की मानें, तो देश में अल नीनो सिस्टम कमजोर हो रहा है. ला नीना स्थितियां एक्टिव हो रही हैं. ये इस साल अच्छे मॉनसून का संकेत है. इसी वजह से भारत में मॉनसून समय से पहले ही दस्तक दे सकता है. वहीं उत्तर-पश्चिम भारत में 16 मई से और पूर्वी भारत में 18 मई, 2024 से गर्मी की लहर का एक नया दौर शुरू होने की संभावना है.
कब दस्तक देगा मॉनसून?
19 मई तक अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में प्रवेश करने की उम्मीद है. 1 जून के बीच ये केरल पहुंचेगा. मानसून के बंगाल की खाड़ी से मुख्य भूमि भारत की ओर बढ़ने के लिए परिस्थितियां अनुकूल हो गई हैं. इसलिए अनुमान है कि 19 मई तक मॉनसून भारत की सीमा में प्रवेश कर जाएगा. मॉनसून के पहुंचने की सामान्य तारीख की बात करें तो 10 जून तक ये महाराष्ट्र पहुंच जाता है.
उत्तर भारत में मॉनसून का दस्तक
15 जून को ये गुजरात, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, झारखंड और बिहार पर पहुंचता है. वहीं, 20 जून को ये गुजरात के आंतरिक इला... एमपी के मध्य हिस्सों और उत्तर प्रदेश में दस्तक देता है.
20 मई, 2024 तक दक्षिण प्रायद्वीपीय भारत में गरज के साथ बारिश, बिजली और तेज हवाओं के साथ छिटपुट भारी वर्षा जारी रहने की संभावना है. दक्षिण-पश्चिम मॉनसून के 19 मई, 2024 के आसपास दक्षिण अंडमान सागर, दक्षिण-पूर्व बंगाल की खाड़ी के कुछ हिस्सों और निकोबार द्वीप समूह में आगे बढ़ने की संभावना है.
तटीय आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु, उत्तरी आंतरिक कर्नाटक और केरल में अलग-अलग स्थानों पर भारी वर्षा देखी गई. मध्य प्रदेश, कोंकण, मराठवाड़ा, विदर्भ में अलग-अलग स्थानों पर ओलावृष्टि की गतिविधि देखी गई.