इनसाइड स्टोरी : सोनिया के राज्यसभा जाने की वजह प्रियंका की चुनावी सियासत में एंट्री या कुछ और है रणनीति?

सोनिया गांधी के राज्यसभा के रास्ते संसद में आने पर कई लोग सवाल उठा रहे हैं. 77 साल की सोनिया वो नेता रही हैं, जिन्होंने कई बार कांग्रेस पार्टी को संकट से बाहर निकाला है.

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नई दिल्ली:

सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) के राज्यसभा चुनाव लड़ने की उम्मीद जतायी जा रही है. जानकार इसे लगभग तय मान रहे हैं कि कांग्रेस की सबसे बड़ी नेता और पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी राज्यसभा के रास्ते ही संसद पहुंचेंगी. सोनिया गांधी को संसद के उच्च सदन में भेजने के लिये राजस्थान, हिमाचल प्रदेश, मध्य प्रदेश के अलावा तेलंगाना की प्रदेश इकाई ने गुहार लगाई है. लेकिन, कांग्रेस के विश्वस्त सूत्र बताते हैं कि सोनिया ने तय किया है कि वो राजस्थान से ही राज्यसभा पहुंचेंगी.  

सोनिया गांधी क्यों जा रही है राज्यसभा? 
सोनिया गांधी के राज्यसभा के रास्ते संसद में आने पर कई लोग सवाल उठा रहे हैं. 77 साल की सोनिया गांधी वो नेता रही हैं, जो वर्तमान दौर में अपने दम पर कांग्रेस को दुबारा खड़ा करने वाले लोगों में हैं. उनकी लीडरशिप और सियासी काबिलियत के उनके विरोधी भी कायल रहे हैं. ऐसे में सवाल उठ रहा है कि आखिर सोनिया गांधी राज्यसभा के रास्ते क्यों संसद पहुंच रही है. क्यो सोनिया गांधी ने राज्यसभा का शॉर्टकट चुना है.. क्या बीमारी और उम्र ही वजह है या कुछ और कारण भी हैं.

सवाल यह भी उठ रहे हैं कि सोनिया के लोकसभा चुनाव न लड़ने के फैसले का पार्टी के कैडर पर विपरीत असर नहीं पडेगा? सोनिया गांधी से ज्यादा उम्रदराज़ लोग चुनाव लड़ते रहे हैं..फिर वो क्यों नहीं चुनाव में उतरेगी? क्या सोनिया गांधी पारिवारिक सीट रायबरेली अपनी बेटी प्रियंका के लिये खाली कर रही हैं?

सोनिया गांधी ने राजस्थान को ही क्यों चुना?
सोनिया गांधी को राजस्थान से राज्यसभा भेजने के पीछे कांग्रेस की सबसे अहम रणनीति यह है कि कांग्रेस पार्टी नहीं चाहती है कि लगातार तीसरे चुनाव में बीजेपी राज्य की सभी सीटों पर जीत जाए. कांग्रेस पार्टी को विश्वास है कि अगर सोनिया गांधी जैसा नेता उस राज्य से राज्यसभा जाएगा तो इसका असर कार्यकर्ताओं पर पड़ेगा. नेताओं और मतदाताओं को एकजुट करने में भी इसका फायदा होगा. 

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दूसरी तरफ यह भी चर्चा है कि पार्टी चाहती है कि अशोक गहलोत और सचिन पायलट दोनों को ही लोकसभा में उतारा जाएगा ऐसे में गहलोत को राज्यसभा जाने से रोकने के लिए भी यह कदम उठाया जा रहा है.

प्रियंका गांधी के लिए सीट छोड़ सकती है सोनिया गांधी
राजनीति के जानकारों का मानना है कि सोनिया गांधी अपनी रायबरेली की सीट अपनी बेटी प्रियंका गांधी के लिए छोड़ सकती हैं. सोनिया गांधी लंबे समय से रायबरेली सीट से चुनाव लड़ती रही हैं. प्रियंका गांधी उनके लिए चुनाव प्रबंधन सहित अन्य कार्य रायबरेली में करती रही हैं. पिछले 5 साल में प्रियंका गांधी की सक्रियता राजनीति में बढ़ी है. ऐसे में चर्चा है कि प्रियंका गांधी यूपी के किसी सीट से चुनाव लड़ेगी. रायबरेली का सीट गांधी परिवार के लिए सुरक्षित सीट के तौर पर देखा जाता रहा है.

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सोनिया गांधी का सफर
साल 1968 में सोनिया गांधी की शादी राजीव गांधी से हुई.1984 में राजीव गांधी प्रधानमंत्री बने. 1991 में राजीव गांधी की हत्या हो गयी.  लगभग 7 साल तक सोनिया गांधी ने राजनीति से अपने आप को अलग ही रखा. 1998 में सोनिया गांधी कांग्रेस की अध्यक्ष बनीं. 1998-2017; 2019-2022 कांग्रेस की अध्यक्ष रहीं. सबसे अधिक समय तक कांग्रेस की अध्यक्ष सोनिया गांधी रह चुकी हैं. 1999-2004 तक लोकसभा में सोनिया गांधी विपक्ष की नेता रही. साल 2004 में उनके नेतृत्व में कांग्रेस को चुनाव में जीत मिली बाद में उन्होंने पीएम का पद ठुकरा दिया. 2004-2023 तक सोनिया गांधी यूपीए की अध्यक्ष भी रही. 

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कांग्रेस को राज्यसभा की 10 सीटों पर मिल सकती है जीत
इस बार हो रहे राज्यसभा चुनाव में कांग्रेस के 10 सांसद चुन कर आ सकते हैं. कर्नाटक से 3, तेलंगाना से 2 सांसद का कोटा है. बिहार, मध्य प्रदेश, राजस्थान और हिमाचल प्रदेश से 1 सांसद कांग्रेस के जीत सकते हैं. महाराष्ट्र से भी 1 सांसद का कोटा है..लेकिन अशोक चव्हाण और अन्य नेताओं के पार्टी छोड़ने के कारण यह सीट फंस सकती है. सोनिया के अलावा कमलनाथ, अजय माकन, अभिषेक मनु सिंधवी, अखिलेश प्रसाद सिंह, भंवर जितेन् सिंह, नासिर हुसैन, अशोक गहलोत के नाम लगभग तय माने जा रहा हैं.6. रिजर्व बैंक के गवर्नर रहे रघुराम राजन के नाम की भी चर्चा है. 

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