कहीं रावण बेहोश तो कहीं भीड़ में फंस गए राम, लक्ष्‍मण और हनुमान... राजस्‍थान में रामलीलाओं के अजब-गजब नजारे

राजस्‍थान में रावण दहन के दौरान कई जगहों पर ऐसी स्थिति बनी, जिसके कारण लोगों के चेहरों पर मुस्‍कान तैर गई. अजमेर में रावण बेहोश हो गया तो कोटा में सबसे ऊंचे रावण का रिकॉर्ड तो बना लेकिन तय वक्‍त पर रावण नहीं जला.

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  • राजस्‍थान में रामलीलाओं के समापन अवसर पर अजब-गजब नजारे देखने को मिले, जिन्‍होंने लोगों का खूब मनोरंजन किया.
  • अजमेर में रामलीला के समापन अवसर पर राम, लक्ष्‍मण और हनुमान की भूमिकाएं निभा रहे कलाकार भीड़ में फंस गए.
  • वहीं कोटा में 221 फुट का रावण पूरी तरह से जला ही नहीं. उसे बाद मे पेट्रोल डालकर के जलाना पड़ा.
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जयपुर:

राजस्थान में दशहरा उत्सव खत्म हो गया है, लेकिन रामलीला के दौरान कुछ ऐसे भी पल सामने आए जिन्‍होंने लोगों को खूब हंसाया. अजमेर में जहां पर रामलीला के समापन अवसर पर राम, लक्ष्‍मण और हनुमान की भूमिकाएं निभा रहे कलाकार भीड़ में फंस गए तो अव्‍यवस्‍थाओं का आलम ये था कि अतिरिक्‍त एसपी का वायरलेस भी गिर गया. अजमेर की एक अन्‍य रामलीला में रावण ने ई-रिक्‍शे पर एंट्री की और बाद में वह अभिनेता बेहोश होकर मंच पर ही गिर पड़े. वहीं कोटा में 221 फुट के रावण ने रिकॉर्ड तो बनाया लेकिन पूरी तरह से जल नहीं सका. 

अजमेर में रामलीला का समापन हंगामेदार रहा. रामलीला का समापन उस वक्‍त हाथापाई के साथ हुआ जब पुलिस ने उत्साही भीड़ को नियंत्रित करने की कोशिश की. अजमेर के पटेल स्टेडियम में रावण दहन का आयोजन रामलीला के पात्रों के रूप में आए कलाकारों द्वारा किया जाता है, जैसे ही रावण को पालकी में लेकर पारंपरिक रूप से लाने वाली अग्रवाल समाज स्टेडियम में प्रवेश करने लगी, पुलिस ने भीड़ को रोकने और अतिरिक्त लोगों को अंदर जाने से रोकने की कोशिश की. स्थिति जल्द ही हाथापाई में बदल गई और भीड़ ने स्टेडियम में घुसने के लिए पुलिस से धक्का-मुक्की शुरू कर दी. 

अतिरिक्त एसपी वायरलेस सेट ढूंढते नजर आए

इस दौरान पालकी में बैठे राम, लक्ष्मण और हनुमान की भूमिकाएं निभा रहे कलाकार भी इस भीड़ में फंस गए. अतिरिक्त एसपी हिमांशु जांगिड़ भीड़ में अपना वायरलेस सेट ढूंढते नजर आए क्योंकि वह गिर गया था. कुछ साहसी स्वयंसेवकों ने फिर राम को कंधे पर उठाया और रावण दहन की ओर बढ़े. हालांकि हनुमान का किरदार निभा रहे कलाकार इतने भाग्यशाली नहीं थे, उन्हें कोई मदद नहीं मिली. वे मायूस दिख रहे थे और मंच की ओर अकेले ही रास्ता बनाने की कोशिश कर रहे थे. 

हनुमान की भूमिका निभा रहे अभिनेता राजेंद्र ने एनडीटीवी से कहा, “यह आयोजन बहुत ही खराब तरीके से हुआ. हमें धक्का दिया गया, मेरी पोशाक फट गई और मेरा मुकुट भी लगभग खो गया. प्रशासन को अगली बार बेहतर तैयारी करनी चाहिए.”

आखिरकार प्रशासन और नेताओं ने हस्तक्षेप कर स्थिति को शांत किया और पालकी को मंच तक पहुंचाया गया. 

... और यहां पर रावण ही हो गया बेहोश 

अजमेर के अशोक नगर भट्टा की एक और रामलीला में रावण ने ई-रिक्शा पर नाटकीय प्रवेश किया. मंच पर युद्ध का मंचन किया जा रहा था और रावण की भूमिका निभा रहे कलाकार ने अपना अभिनय शुरू किया, लेकिन मंच के बीच में ही बेहोश होकर गिर पड़े और उन्हें घर ले जाना पड़ा. 

बाल रामायण मंडल के आयोजक राहुल कथुमरा ने कहा, “यह एक प्राचीन परंपरा है जिसे हम हर साल अपने समुदाय में निभाते हैं और रावण हमेशा इसी तरह मंच से जाता है. वह अपनी भूमिका से अभिभूत हो जाता है और मंच पर ही बेहोश हो जाता है.”

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रहे इंतजार, नहीं जला रावण  

कोटा में 221 फुट का रावण विश्व रिकॉर्ड बनाने के इरादे से बनाया गया था, उसने भी कुछ अलग कर दिखाया. दरअसल, आयोजकों के अनुसार रावण में सेंसर लगे थे जिससे उसे जलना था, लेकिन बारिश के कारण तकनीकी खराबी आ गई और रावण जल नहीं पाया, जिससे दर्शकों सहित मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा और लोकसभा अध्‍यक्ष ओम बिरला निराश हो गए. 

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देर रात नगर निगम के अधिकारियों ने रावण को पेट्रोल डालकर जलाया. 221 फीट की संरचना को क्रेन से गिराया गया और फिर रावण के टुकड़े-टुकड़े कर ले जाया गया. 

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