सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता (Tushar Mehta) ने इस बात से इनकार किया है कि उनकी पश्चिम बंगाल बीजेपी के नेता शुभेंदु अधिकारी के साथ कोई मीटिंग हुई है. पश्चिम बंगाल में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस की ओर से इस मुद्दे पर मेहता को हटाने की मांग के बाद उनका यह स्पष्टीकरण आया है. तुषार के अनुसार, शुभेंदु उनके घर आए थे लेकिन वे उनसे मिले नहीं थे. गौरतलब है कि तुषार मेहता के जुड़े मुद्दे पर ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल कांग्रेस ने पीएम नरेंद्र मोदी से मेहता को देश के सॉलिसिटर जनरल पद से हटाने की मांग की है. तृणमूल कांग्रेस के नेता ने शुभेंदु अधिकारी के सॉलिसिटर जनरल के घर जाने का वीडियो ट्वीट किया है.शुभेंदु पश्चिम बंगाल बीजेपी के नेता और विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष हैं. शुभेंदु की भ्रष्टाचार मामलों में सीबीआई द्वारा जांच की जा रही है. कुछ केसों में सीबीआई की ओर से पेश हो चुके तुषार मेहता ने अपना पक्ष रखते हुए शुभेंदु अधिकारी से मीटिंग से इनकार किया है.
पीएम मोदी को लिखे लेटर में TMC के सांसदों ने मेहता की अधिकारी के साथ कथित मीटिंग को 'हितों का टकराव' करार दिया है.टीएमसी ने मांग की है कि इस मामले में मेहता को देश के शीर्ष वकील के पद से हटाया जाना चाहिए. उधर, मामले में अपना पक्ष रखते हुए तुषार मेहता ने कहा कि शुभेंद्र अधिकारी से मिलने का सवाल ही नहीं है.उन्होंने कहा, 'शुभेंदु, बिना जानकारी दिए, कल 3 बजे के आसपास मेरे आवास-कम-ऑफिस में आए थे. चूंकि मैं अपने अपने चैंबर में निर्धारित बैठक में व्यस्त था, मेरे स्टाफ ने उनसे ऑफिस के वेटिंग रूम में बैठने का आग्रह किया और उन्हें चाय ऑफर की थी.
उन्होंने कहा, 'जब मेरी मीटिंग खत्म हो गई तो मेरे स्टाफ (पर्सनल सेक्रेटरी) ने मुझे उनके (शुभेंदु के) आगमन के बारे में जानकारी दी. मैंने स्टाफ से, उनसे (शुभेंदु से) मिलने को लेकर मेरी असमर्थता जताने और इंतजार करने के लिए माफी मांगने को कहा था. शुभेंदु अधिकारी ने मेरे PPS को धन्यवाद दिया था और मुझसे मिलने का आग्रह किए बिना ही चले गए थे. ऐसे में उनसे मीटिंग का सवाल ही कहां उठता है.'