केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी और आरसीपी सिंह ने राज्यसभा का कार्यकाल पूरा होने से एक दिन पहले बुधवार को केंद्रीय मंत्रिमंडल से इस्तीफा दे दिया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने मंत्री कार्यकाल के दौरान उनके योगदान की प्रशंसा की. राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने उनका इस्तीफा स्वीकार कर लिया. अल्पसंख्यक मामलों के मंत्रालय का अतिरिक्त प्रभार स्मृति ईरानी को सौंप दिया गया है, जो कि मुख्तार अब्बस नकवी के पास था. वहीं इस्पात विभाग को नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया को अतिरिक्त प्रभार के रूप में दे दिया है.
Koo Appभारत सरकार में अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय का अतिरिक्त प्रभार सौंपने के लिए माननीय प्रधानमंत्री श्री #NarendraModi जी का हार्दिक धन्यवाद। दी गई जिम्मेदारी को पूर्ण निष्ठा के साथ निर्वहन करने व अल्पसंख्यक वर्गों के कल्याण के माध्यम से देशसेवा का संकल्प निरंतर जारी रखूँगी।- Smriti Irani (@smritiirani) 6 July 2022
बता दें कि नकवी के बुधवार को इस्तीफा देने और एक दिन बाद उनका राज्यसभा कार्यकाल समाप्त होने के साथ केंद्रीय मंत्रिपरिषद में और भाजपा के 395 संसद सदस्यों में कोई मुस्लिम चेहरा नहीं होगा. ज्ञात हो कि नकवी अभी केंद्र सरकार में अल्पसंख्यक कार्य मंत्री थे और राज्यसभा में भाजपा के उपनेता भी थे. पिछले दिनों राज्यसभा के लिए हुए द्विवार्षिक चुनाव में भाजपा ने उन्हें कहीं से उम्मीदवार नहीं बनाया था. तभी से ऐसे कयास लगाए जा रहे हैं कि पार्टी उन्हें कोई नयी भूमिका सौंप सकती है.नकवी ने इस्तीफा तब दिया है जब एक ही दिन पहले उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए अधिसूचना जारी की गयी है.
पूर्व नौकरशाह और जद (यू) नेता आर सीपी सिंह ने अपनी पार्टी के कोटे से केंद्रीय मंत्रिमंडल में शामिल होने के एक साल बाद अपने जन्मदिन पर इस्तीफा दे दिया. उनके भी बीजेपी में शामिल होने की अटकलें हैं...
ये VIDEO भी देखें- क्या उप राष्ट्रपति बनेंगे नकवी?