जनसंख्या नियंत्रण में महिलाओं की शिक्षा की भूमिका पर बिहार सीएम नीतीश कुमार की टिप्पणी को लेकर राष्ट्रीय महिला पैनल प्रमुख और राज्यसभा सदस्य प्रियंका चतुर्वेदी के बीच तीखी नोकझोंक हो गई है. विधानसभा में नीतीश कुमार की चौंकाने वाली टिप्पणी ने एक बड़ा विवाद खड़ा कर दिया. राजनीतिक प्रतिद्वंद्वियों ने उन पर सदन की मर्यादा का उल्लंघन करने का आरोप लगाया है. इस टिप्पणी की राष्ट्रीय महिला आयोग (एनसीडब्ल्यू) की अध्यक्ष रेखा शर्मा ने भी आलोचना की. बिहार के मुख्यमंत्री से माफी की मांग करते हुए, शर्मा ने कहा, "अगर कोई नेता लोकतंत्र में इतने खुलेआम इस तरह की टिप्पणी कर सकता है, तो कोई केवल कल्पना कर सकता है कि उनके नेतृत्व में राज्य को कितनी भयावहता झेलनी पड़ रही होगी."
एनसीडब्ल्यू प्रमुख ने विपक्ष की महिला नेताओं पर भी कटाक्ष किया और उनसे नीतीश कुमार की टिप्पणियों की निंदा करने को कहा. उन्होंने कांग्रेस की प्रियंका गांधी वाड्रा, आम आदमी पार्टी की आतिशी और शिव सेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) सांसद प्रियंका चतुर्वेदी को अपनी पोस्ट को टैग किया. रेखा शर्मा ने एक्स पर पोस्ट किया, "यह अच्छा होगा अगर महिला हितों की चैंपियन @priyankac19 @priyankaganthi @BDUTT @AtishiAAP और उनके मित्र @NitishKumar की निंदा करने और उनसे माफी की मांग करने में शामिल हों."
इस पर प्रियंका चतुर्वेदी ने पलटवार करते हुए महिला पैनल प्रमुख पर चुप्पी अपनाने का आरोप लगाया, जब भी उनसे महिलाओं के लिए खड़े होने की उम्मीद की गई. उन्होंने यह भी कहा कि वह महिलाओं के लिए अपमानजनक भाषा की स्पष्ट रूप से निंदा करती हैं, "मेरी राजनीति चाहे जो भी हो, भले ही वह कोई सहयोगी क्यों न हो." चतुर्वेदी ने कहा, "मुझे यह भी यकीन है कि मुख्यमंत्री अपने शब्दों के इस्तेमाल पर दोबारा गौर करेंगे और माफी मांगेंगे." शिव सेना (यूबीटी) सांसद की टिप्पणी पर एनसीडब्ल्यू प्रमुख ने फिर से नाराजगी जताई. रेखा शर्मा ने दावा किया कि उन्होंने एक बार पार्टी के एक पूर्व सहयोगी के खिलाफ सबूतों के साथ चतुर्वेदी से संपर्क किया था, लेकिन उन्होंने कार्रवाई करने में असमर्थता व्यक्त की थी.
रेखा शर्मा ने लिखा,"प्रियंका जी, क्या आपको याद है कि जब मैंने आपको एक ऐसे नेता के खिलाफ कुछ भी करने में असमर्थता जताई थी, जो कभी आपकी पार्टी में था, जब मैंने आपको उसके कामों के सारे सबूत दिखाए थे? आप कितनी निष्पक्ष थीं..याद है?" चतुर्वेदी ने जवाबी कार्रवाई करते हुए सवाल उठाया कि एनसीडब्ल्यू प्रमुख को कार्रवाई करने से किसने रोका था. "क्या मैंने आपके हाथ, पैर बांध दिए या आपके होंठ बंद कर दिए? आप ऐसा करने के लिए सत्ता की स्थिति में थे! वास्तव में आप अभी भी ऐसा कर सकते हैं, लेकिन मुझे पता है कि आपको क्या रोक रहा है, आपकी पार्टी और उसके सहयोगियों के लिए आपका प्यार. अब वह आप खींचतान करना चाहते हैं, इसे निष्कर्ष तक ले जाने में मदद करने में खुशी होगी!"
इसके साथ ही उन्होंने एनसीडब्ल्यू प्रमुख को आरोप को सार्वजनिक डोमेन में लाने की चुनौती भी दी. प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा, "मैं तब ऐसा नहीं कर सकती थी, मैं अब ऐसा नहीं कर सकती क्योंकि केवल उनके पास ही सबूत हैं. कुर्सी के प्रति अपनी जिम्मेदारी दिखाएं और ट्रोल होने के बजाय जरूरी काम करें."
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