मुंबई के एक ब्रोकर (शेयर मार्केट का दलाल) की बहुत अधिक टैक्स की शिकायत पर वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Finance Minister Nirmala Sitharaman) के जवाब पर वहां बैठे सभी लोगों को हंसी आ गई. उस व्यक्ति ने कहा कि कर चुकाने वाले दलालों और निवेशकों के लिए सरकार एक "सोती हुई पार्टनर (Sleeping Partner)"की तरह है. "विजन फॉर इंडियन फाइनेंस मार्केट्स" पर बोलते हुए, ब्रोकर ने कहा कि निवेशक अपना पैसा जोखिम में डाल कर प्रॉफिट कमाते हैं, लेकिन सरकार "भारी कर का बोझ" लगाकर इसका लाभ उठाती है. ब्रोकर की तुलना सुनकर वित्त मंत्री मुस्कुराने लगीं.
जीएसटी, आईजीएसटी, स्टांप ड्यूटी, एसटीटी और दीर्घकालिक पूंजीगत लाभ कर (Long-term capital gains tax) सहित प्रत्येक लेन-देन पर लगाए गए करों की अधिकता को गिनाते हुए, ब्रोकर ने इस बात पर जोर दिया कि सरकार की कमाई अक्सर पूंजी लगाकर कमाने वालों ब्रोकरों से भी अधिक होती है. उस व्यक्ति ने दावा किया, ''आज भारत सरकार ब्रोकर से ज्यादा कमाई कर रही है.'' उसने यह भी कहा कि निवेशक और ब्रोकर अक्सर पर्याप्त जोखिम लेते हैं, लेकिन सरकार ऐसा नहीं करती है. उसने कहा, "मैं बहुत जोखिम ले रहा हूं और भारत सरकार सारा मुनाफा छीन रही है. आप मेरे स्लीपिंग पार्टनर हैं और मैं वर्किंग पार्टनर हूं."
कार्यक्रम में, सीतारमण ने इस बात पर भी प्रकाश डाला कि कैसे नरेंद्र मोदी सरकार ऐसी नीतियां लेकर आई है, जिसके परिणामस्वरूप पिछले 10 वर्षों में "तेजी से और अभूतपूर्व" बुनियादी ढांचे का निर्माण हुआ है.
वित्त मंत्री ने कहा कि पीएम ग्राम सड़क योजना के तहत 2014 से अब तक 3.74 लाख किलोमीटर की ग्रामीण सड़कें बनाईं गईं हैं, जो पहले बनी ग्रामीण सड़कों के आंकड़े से लगभग दोगुनी हैं. निर्मला सीतारमण ने इस बात पर भी प्रकाश डाला कि मेट्रो रेल परियोजनाओं ने बेहतर कनेक्टिविटी, ट्रैफिक जाम से निजात और सुरक्षित यात्रा प्रदान करके शहरी क्षेत्रों में 'जीवन की सुगमता' में उल्लेखनीय सुधार किया है.