एसकेएम ने किसानों से कहा : दिल्ली में प्रदर्शन स्थलों पर पक्के मकान नहीं बनाए जाए

हरियाणा के सोनीपत जिले में राष्ट्रीय राजमार्ग 44 पर, जो दिल्ली की सिंघू बॉर्डर पर प्रदर्शन स्थल के निकट है, वहां पक्की दीवार खड़ी करने तथा बोरवेल की खुदाई करने को लेकर हरियाणा पुलिस ने किसानों के खिलाफ दो मामले दर्ज किए हैं.

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सिंघु बॉर्डर पर कुछ किसान गर्मी से बचने के लिए पक्के मकान बना रहे हैं (फाइल फोटो)
नई दिल्ली:

नए कृषि कानूनों (New agricultural laws) के विरोध में प्रदर्शनों का नेतृत्व कर रहे संयुक्त किसान मोर्चा (SKM) ने आंदोलनरत किसानों से दिल्ली की सीमाओं पर स्थायी ढांचे नहीं बनाने की रविवार को अपील की. गौरतलब है कि प्रदर्शनकारी किसान पिछले वर्ष नवंबर से ही वहां डेरा डाले हुए हैं. हरियाणा के सोनीपत जिले में राष्ट्रीय राजमार्ग 44 पर, जो दिल्ली की सिंघू बॉर्डर पर प्रदर्शन स्थल के निकट है, वहां पक्की दीवार खड़ी करने तथा बोरवेल की खुदाई करने को लेकर हरियाणा पुलिस ने किसानों के खिलाफ दो मामले दर्ज किए हैं. इसके बाद, एसकेएम (SKM) का यह बयान आया है.

किसान आंदोलन: गर्मी से मुकाबले की तैयारी कर रहे हैं किसान, कुछ बना रहे हैं पक्के मकान

बयान में कहा गया कि मोर्चा की बैठक के दौरान यह निर्णय हुआ कि प्रदर्शनकारी प्रदर्शन स्थलों पर कोई स्थायी निर्माण कार्य नहीं करेंगे. वक्तव्य में यह भी कहा गया कि एसकेएम (SKM) के कई नेता पश्चिम बंगाल गए हैं, जहां वे अपने आंदोलन के समर्थन में प्रचार करेंगे और मतदाताओं से ‘किसान विरोधी' भाजपा को वोट नहीं देने की अपील करेंगे. इसमें कहा गया है कि एसकेएम (SKM) के प्रतिनिधिमंडल ने रविवार को बंगाल के सिंगूर और आसनसोल में महापंचायतों को भी संबोधित किया.

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