किसानों के धरना स्थल पर बिना हाथ-पैर का शव, 'निहंगों' पर शक की सुई: 10 फैक्ट्स

हरियाणा-दिल्ली की सीमा पर किसानों के धरना स्थल पर एक व्यक्ति का बिना हाथ-पैर के मिले शव की घटना ने सभी को चौंका कर रख दिया है.

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नई दिल्ली:

हरियाणा-दिल्ली की सीमा पर किसानों के धरना स्थल पर एक व्यक्ति का बिना हाथ-पैर के मिले शव की गुत्थी उलझती ही जा रही है. बेरहमी से की गई इस हत्या में शक की सुई निहंगों की तरफ जाती दिखाई दे रही है. मामले में अज्ञात लोगों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया है. देर शाम आरोपी निहंग दल के एक सदस्य ने हत्या की जिम्मेदारी लेते हुए आत्मसमर्पण कर दिया.

  1. पुलिस ने बताया कि स्थानीय स्टेशन (कुंडली) को घटना की जानकारी दी गई, उसके बाद सुबह 5 बजे शव कब्जे में लिया गया. आईजीपी (रोहतक रेंज) संदीप खिरवार ने एएनआई को बताया कि एक फोरेंसिक टीम ने इलाके की जांच की. पुलिस ने हत्या के आरोप में (एक अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ) प्राथमिकी दर्ज की है. देर शाम मामले के आरोपी निहंग दल के एक सदस्य ने आत्मसमर्पण कर दिया है.
  2. पुलिस के अनुसार मारे गए व्यक्ति की शिनाख्त हो गई है. उसकी पहचान पंजाब के तम तारन जिले का रहने वाला 35 (या 36) वर्षीय लखबीर सिंह के रूप में हुई है. लखबीर एक मजदूर था और उसके परिवार में एक बहन, पत्नी और तीन बेटियां हैं, जिनमें से सबसे बड़ी 12 साल की है और सबसे छोटी आठ साल की.
  3. घटना के कम से कम तीन वीडियो सामने आए हैं, जिसमें निहंगों की वेशभूषा में लोगों का एक बड़ा समूह लखबीर सिंह के आसपास खड़ा है और उनसे सवाल पूछ रहा है. वीडियो में दिखाया गया है कि उसका बायां हाथ कट जाने के बाद समूह उसके ऊपर खड़ा है और वह खून से लथपथ है.
  4. भीड़ में कुछ लोग भाले भी लिए हुए और लखबीर से उसका नाम पूछ रहे हैं. एक अन्य वीडियो में लखबीर सिंह के शरीर को उल्टा लटका हुआ दिखाया गया है (यह स्पष्ट नहीं है कि वह जीवित है या मृत). NDTV स्वतंत्र रूप से इन वीडियो की प्रामाणिकता की पुष्टि नहीं कर सकता है.
  5. अपुष्ट रिपोर्टों में कहा गया है कि सिखों के पवित्र ग्रंथ गुरु ग्रंथ साहिब को कथित रूप से अपवित्र करने के लिए लखबीर सिंह को पीट-पीटकर मार डाला गया और उसका बायां हाथ और दाहिना पैर काट दिया गया. हत्यारों ने शव को पुलिस के बैरिकेड्स से बांध दिया और उसे वहीं छोड़ दिया ताकि उसकी तलाश की जा सके.
  6. विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे किसान संघों के एक छत्र निकाय संयुक्त किसान मोर्चा ने घटना की निंदा की है और हत्या से से पल्ला भी झाड़ लिया है. संयुक्त किसान मोर्चा ने कहा कि उनका दोनों पक्षों - निहंग समूह (और) मृतक से कोई संबंध नहीं है. समूह ने कहा कि वह धार्मिक बेअदबी से घृणा करता है लेकिन कोई भी कानून को अपने हाथ में नहीं ले सकता. दोषियों को दंडित किया जाना चाहिए. किसान निकाय ने पुलिस को अपना समर्थन देने की पेशकश की.
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  8. एसकेएम के नेताओं में से एक स्वराज इंडिया के प्रमुख योगेंद्र यादव ने कहा कि लखबीर सिंह सिंघू में कुछ लोगों के साथ रह रहे थे. बीती रात अभद्रता के आरोप को लेकर विवाद हो गया. पुलिस के साथ सहयोग करने की एसकेएम की पेशकश को दोहराते हुए उन्होंने कहा, "इसे पुलिस के पास ले जाना चाहिए था... कोई भी कानून अपने हाथ में नहीं ले सकता."
  9. भाजपा के अमित मालवीय ने इस घटना के लिए राकेश टिकैत पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि यूपी के लखीमपुर खीरी में हुई घटना के बाद राकेट टिकैत की टिप्पणी के कारण लखबीर सिंह की हत्या हुई. राकेश टिकैत ने लखीमपुर में किसानों को कुचलने की घटना पर लोगों से कहा था ''रिएक्शन टू एक्शन'' का समय आ गया है.
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  11. पिछले साल पटियाला में निहंगों से जुड़ी एक घटना में पंजाब के एक पुलिसकर्मी का हाथ तलवार से काट दिया गया था. पुलिसकर्मी ने निहंगों से कोविड लॉकडाउन के दौरान 'मूवमेंट पास' दिखाने के लिए कहा था. सर्जरी के बाद पुलिसकर्मी ठीक हो सका.
  12. कृषि कानूनों का विरोध करने के लिए किसान एक साल से अधिक समय से सिंघू (हरियाणा-दिल्ली सीमा पर) पर डटे हुए हैं. हरियाणा के मुख्यमंत्री एमएल खट्टर इस सप्ताह एक सार्वजनिक कार्यक्रम में शामिल होने के लिए सोनीपत जाने वाले थे. हालांकि, किसानों के विरोध के बाद (जिन्होंने यह स्पष्ट कर दिया है कि वे सभी भाजपा नेताओं द्वारा सार्वजनिक उपस्थिति का विरोध करेंगे) उन्होंने अपना दौरा रद्द कर दिया.
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