'PAK सिंगरों के साथ मंच साझा करना मंजूर नहीं', विवाद के बाद जावेद अली ने दुबई कॉन्सर्ट छोड़ा

भारतीय सिंगर जावेद अली ने दुबई में होने वाले कॉन्सर्ट से अपना नाम वापस ले लिया है. इस कॉन्सर्ट में पाकिस्तान सिंगर भी शामिल होने वाले थे. जिसे लेकर विवाद चल रहा था.

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जावेद अली.
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  • भारत-पाक तनाव के चलते दुबई में होने वाले कॉन्सर्ट से भारतीय गायक जावेद अली ने अपना नाम वापस ले लिया है.
  • फेडरेशन ऑफ वेस्टर्न इंडिया सिने एम्प्लॉइज़ ने जावेद को पाक कलाकारों संग कार्यक्रम करने का विरोध किया था.
  • जावेद अली ने स्पष्ट किया कि वे पाक कलाकारों के साथ मंच साझा नहीं कर रहे थे, लेकिन विवाद के बाद छोड़ दिया.
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मुंबई:

भारत-पाकिस्तान के रिश्तों के तनाव का असर कला-संस्कृति के साथ-साथ खेल के मैदान पर भी देखने को मिल रहा है. इसका ताजा उदाहरण दुबई में होने वाले एक कॉन्सर्ट से सामने आया है. इस कॉन्सर्ट में भारतीय सिंगर जावेद अली को भी शामिल होना था. लेकिन कार्यक्रम में पाकिस्तानी सिंगर गुलाम अली और आमिर गुलाम अली भी शामिल होने वाले थे. इस बात की जानकारी मिलते ही फेडरेशन ऑफ वेस्टर्न इंडिया सिने एम्प्लॉइज़ (FWICE) ने जावेद अली को 31 अगस्त को दुबई ओपेरा में होने वाले एक कॉन्सर्ट के बारे में नोटिस भेजा. कहा गया कि इस कार्यक्रम में पाकिस्तानी कलाकार उस्ताद गुलाम अली और आमिर गुलाम अली भी शामिल हैं.

पाक कलाकारों संग मंच साझा करना सही नहीं

29 जुलाई को भेजे गए पत्र में एफडब्ल्यूआईसीई ने लिखा कि पाकिस्तानी कलाकारों के साथ मंच साझा करना सरकार और सूचना-प्रसारण मंत्रालय के दिशा-निर्देशों का उल्लंघन है. उन्होंने इसे शहीदों के बलिदान का अपमान बताते हुए कहा कि इससे देश की भावनाएं आहत होती हैं.

संगठन ने जावेद अली से तुरंत इस कार्यक्रम से नाम वापस लेने और सार्वजनिक रूप से दूरी बनाने की मांग की, वरना सख्त कार्रवाई की चेतावनी दी.

जावेद अली का जवाब

8 अगस्त को जावेद अली ने अपने जवाब में कहा कि यह मामला एक गलतफहमी पर आधारित है. उन्होंने साफ किया कि यह कोई संयुक्त प्रस्तुति नहीं थी—न वे ग़ुलाम अली साहब के साथ गाने वाले थे और न ही मंच साझा करने वाले थे. यह एक टिकट वाला ग़ज़ल और सूफ़ी संगीत कार्यक्रम था, जिसमें अलग-अलग देशों के कलाकार अपनी-अपनी प्रस्तुति देते.

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विवाद के बाद जावेद अली ने वापस लिया नाम

हालांकि, विवाद की गंभीरता और एफडब्ल्यूआईसीई की भावनाओं का सम्मान करते हुए उन्होंने स्वेच्छा से कॉन्सर्ट से नाम वापस लेने का फैसला किया. जावेद अली ने यह भी कहा कि अगर कार्यक्रम के प्रारूप की सही जानकारी पहले होती तो उनके इरादों पर सवाल नहीं उठते. उन्होंने दोहराया कि वे हमेशा राष्ट्रीय मूल्यों का सम्मान करते आए हैं और आगे भी करते रहेंगे.

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भारत में पाकिस्तान कलाकारों को लेकर विवादों की कड़ी

भारत में पाकिस्तानी कलाकारों की मौजूदगी को लेकर विवाद कोई नई बात नहीं है. हाल के महीनों में भी कई फिल्में इसी वजह से मुश्किल में फँसीं—

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  • सर्दार जी 3: इस पंजाबी फिल्म में पाकिस्तान की अभिनेत्री हानिया आमिर की मौजूदगी पर इतना विरोध हुआ कि यह भारत में रिलीज़ नहीं हो पाई, हालांकि विदेशों में इसे अच्छा रिस्पॉन्स मिला.
  • अबिर गुलाल: इस फिल्म में पाकिस्तानी अभिनेता फवाद खान थे, लेकिन पांहलगाम हमले के बाद भारत में इसकी रिलीज़ रोक दी गई.
  • Punjab '95: मानवाधिकार कार्यकर्ता जसवंत सिंह खालरा की ज़िंदगी पर बनी इस फिल्म को सेंसर बोर्ड ने 120 से ज़्यादा कट लगाने की शर्त रखी. विवाद इतना बढ़ा कि यह न सिर्फ भारत में, बल्कि किसी भी देश में रिलीज़ नहीं हो पाई.

इन ताज़ा घटनाओं से साफ है कि भारत–पाक कलाकार सहयोग का मुद्दा आज भी बेहद संवेदनशील है. जावेद अली का मामला इसी लंबे चले आ रहे विवाद की एक और मिसाल है, जहाँ कला और राजनीति आमने-सामने खड़ी नज़र आती हैं.

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