हरियाणा के खेल मंत्री संदीप सिंह पर छेड़छाड़ और मानसिक प्रताड़ना का आरोप लगाने वाली जूनियर एथलेटिक्स कोच ने आज राज्य के गृह मंत्री अनिल विज से मुलाकात की और कहा कि अगर खेल मंत्री को गिरफ्तार किया जाता है तो ऐसी और भी महिलाएं सामने आएंगी जिनका उत्पीड़न किया गया है. कोच ने आरोप लगाते हुए कहा कि उसने संदीप सिंह को कई बार मना किया, लेकिन उसकी हरकतें जारी रहीं. आखिर कब तक कोई इंसान चुप रहेगा?
कोच ने कहा कि खेल मंत्री ने फरवरी से उन्हें बार-बार परेशान किया. उन्होंने कहा, "एक समय आता है जब आपको अपनी आवाज उठानी पड़ती है. खेल मंत्री ने आधिकारिक तौर पर मुझे मानसिक रूप से परेशान किया है." उन्होंने कहा कि उनकी शिकायत के बाद खेल मंत्री के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है और उन्हें विश्वास है कि उन्हें न्याय मिलेगा.
हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज ने शिकायतकर्ता से मुलाकात के बाद कहा कि वे खेल मंत्री और मुख्यमंत्री से भी बात करेंगे और इस मामले की पूरी निष्पक्षता से जांच कराएंगे.
कोच ने पहले कहा था कि मंत्री ने पिछले साल फरवरी से नवंबर तक सोशल मीडिया पर बार-बार संदेश भेजकर उसे परेशान किया. उन्होंने उसे अनुचित तरीके से छुआ और उसे संदेशों में धमकी भी दी. कोच ने आरोप लगाया कि लगातार उत्पीड़न के कारण उसे सोशल मीडिया छोड़ना पड़ा.
मंत्री ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है और आरोपों को 'उनकी छवि खराब करने' का प्रयास बताकर खारिज कर दिया है. उन्होंने कहा, "मेरी छवि खराब करने का प्रयास किया जा रहा है. मुझे उम्मीद है कि मुझ पर लगाए गए झूठे आरोपों की गहन जांच होगी. जांच रिपोर्ट आने तक मैं मुख्यमंत्री को खेल विभाग की जिम्मेदारी सौंपता हूं."
शिकायतकर्ता ने कहा कि संदीप सिंह, जो कि राष्ट्रीय हॉकी टीम के पूर्व कप्तान हैं, ने पहली बार उन्हें एक जिम में देखा और फिर इंस्टाग्राम पर उससे संपर्क किया. बाद में मंत्री उससे मिलने के लिए जोर देते रहे. उन्होंने कहा, "उन्होंने मुझे इंस्टाग्राम पर मैसेज किया और कहा कि मेरा राष्ट्रीय खेल प्रमाणपत्र लंबित है और इस संबंध में मिलना चाहते हैं."
कोच ने कहा कि, "दुर्भाग्य से मेरा प्रमाणपत्र मेरे फेडरेशन ने गुमा दिया है और मैं इस मामले को संबंधित अधिकारियों के सामने उठा रही हूं."
महिला कोच ने कहा कि वह आखिरकार उनके पास उनके आवास-सह-कैंप कार्यालय में अपने कुछ दस्तावेजों के साथ मिलने के लिए तैयार हो गई. उसने आरोप लगाया कि जब वह वहां गई तो मंत्री ने यौन दुराचार किया.