पश्चिम बंगाल विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी ने विधायक मुकुल रॉय को लोक लेखा समिति (पीएसी) का अध्यक्ष नियुक्त किए जाने को लेकर मंगलवार को राज्यपाल जगदीप धनखड़ से मुलाकात की और रॉय की नियुक्ति में नियमों के उल्लंघन का हवाला देते हुए हस्तक्षेप का अनुरोध किया. अधिकारी ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के टिकट पर विधायक चुने गए मुकुल रॉय सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस में शामिल होने के बाद भाजपा के सदस्य नहीं रह गए हैं और रॉय का पीएसी अध्यक्ष बनाया जाना तय नियमों का उल्लंघन है क्योंकि इस पद पर विपक्षी दल के किसी नेता को नियुक्त किया जाता है.
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भाजपा नेता अधिकारी ने आरोप लगाया कि सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस ने अपने सदस्य को पीएसी का अध्यक्ष चुना जाना सुनिश्चित किया जोकि ऐसी संस्था है जो सरकारी खर्चों पर नजर रखती है. राजभवन जाने वाले भाजपा विधायकों के प्रतिनिधिमंडल की अगुवाई कर रहे अधिकारी ने संवाददाताओं से कहा, “हमने राज्यपाल से मुलाकात की और उनसे हस्तक्षेप की मांग की क्योंकि वह संविधान के संरक्षक हैं.” उन्होंने कहा कि भाजपा ने पीएसी अध्यक्ष पद के लिए जिन छह विधायकों की सूची दी थी, उसमें रॉय का नाम शामिल नहीं था. इससे पहले दिन में भाजपा के आठ विधायकों ने मुकुल रॉय की लोक लेखा समिति (पीएसी) के अध्यक्ष के रूप में नियुक्ति के विरोध में मंगलवार को विधानसभा की विभिन्न समितियों के प्रमुखों के रूप में इस्तीफा दे दिया.
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