कांग्रेस ने उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के उस बयान को लेकर सोमवार को उन पर पलटवार किया कि विदेश यात्रा पर जाते समय लोगों को अपना "राजनीतिक चश्मा" देश में छोड़ देना चाहिए. कांग्रेस ने कहा कि राज्यसभा के सभापति को निष्पक्ष होना चाहिए और हमेशा सरकार का गुणगान नहीं करना चाहिए. विश्व होम्योपैथी दिवस पर यहां आयोजित एक समारोह में धनखड़ ने कहा कि भारत 2047 में अपनी आजादी की शताब्दी की नींव रख रहा है, ऐसे में देश की गरिमा पर हमला करने की हर कोशिश को कुंद किया जाना चाहिए.
उपराष्ट्रपति की सलाह पर पलटवार करते हुए कांग्रेस के महासचिव जयराम रमेश ने ट्वीट किया, "पहले आप उनको यह सलाह दीजिए जिन्होंने इस प्रथा को 2015 में शुरू किया था. फिर प्रवचन दीजिए." उन्होंने कहा, "दूसरी बात, सभापति महोदय को निष्पक्ष होना चाहिए, हमेशा सरकार का गुणगान नहीं करना चाहिए."
बता दें कि उपराष्ट्रपति की यह टिप्पणी ब्रिटेन में राहुल गांधी की उस टिप्पणी के बाद आई है, जिसमें उन्होंने खेद जताया था कि अमेरिका और यूरोप समेत दुनिया के लोकतांत्रिक हिस्से इस बात पर ध्यान देने में विफल रहे हैं कि भारत में ‘लोकतंत्र का एक बड़ा हिस्सा तबाह हो गया है'.
सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने कांग्रेस नेता की टिप्पणी की निंदा करते हुए उन पर विदेशी धरती पर भारत को बदनाम करने का आरोप लगाया था और उनसे माफी की मांग की थी. राहुल गांधी की टिप्पणी को लेकर उठे विवाद ने संसद के हाल में संपन्न सत्र को भी प्रभावित किया. बजट सत्र का दूसरा चरण हंगामे की भेंट चढ़ गया.
उपराष्ट्रपति धनखड़ कांग्रेस नेता राहुल गांधी की टिप्पणियों के आलोचक रहे हैं और पहले भी कई मौकों पर अपनी नाखुशी जाहिर कर चुके हैं.
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