समस्तीपुर जिले के मोहनपुर एसएचओ नंद किशोर यादव हत्याकांड मामले में जिला एसआईटी की टीम ने चिन्हित बदमाशों में से चार को गिरफ्तार कर लिया है. इनके पास से हत्या के दौरान इस्तेमाल किए गए हथियार भी बरामद हुए हैं. गिरफ्तार बदमाशों की पहचान शान बिगहा के विकास कुमार, गराई बिगहा के मो. रईस, भवानी बिगहा के धनंजय यादव और खुशबूपुर थाना निवासी रवि कुमार के रूप में की गई है.
घटना स्थल शहवाजपुर में एसपी विनय तिवारी ने बताया कि गिरफ्तार चारों बदमाशों को अब जेल भेजा जा रहा है. जबकि इस घटना में फरार अन्य बदमाशों की गिरफ्तारी के लिए एसआईटी राज्य में और राज्य के बाहर लगातार छापेमारी कर रही है. फरार छह बदमाशों में चार काफी कुख्यात हैं. सभी लोगों को जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा. उन्होंने बताया कि बरामद हथियार की फॉरेंसिक लैब में जांच कराई जाएगी. ताकि अभियुक्तों को जल्द से जल्द सजा दिलाई जा सके.
पशु तस्करी का काम करता था चोर गिरोह
एसपी ने बताया कि नालंदा के रहने वाले इन चोरों का संगठित गिरोह है, जिसमें 25-30 लोग हैं. इनके पास वाहन के साथ ही हथियार भी हैं. ये लोग चोरी किए गए पशु को दो तरह से खपाते थे. जो पशु दूधारू नहीं होते थे. उसे कराय बाजार कटाने के लिए भेज देते थे. वहीं जो पशु दूधारू होते, उसे विभिन्न एजेंट के माध्यम से बेचने का काम करते थे. गिरोह के सदस्य अलग-अलग तरीके से इस काम को अंजाम देते थे. एसपी ने बताया कि पशु कहां काटे और बेचे जाते थे, ये पूरी जानकारी मिल गई है. पूरे रैकेट की गिरफ्तारी के लिए संबंधित थाने की मदद ली जाएगी.
15 अगस्त को पशु तस्करों ने SHO को मारी थी गोली
बीते 15 अगस्त के तड़के करीब 2.50 बजे उजियारपुर थाने के शहबाजपुर गांव के पास पशु तस्करों ने छापेमारी के दौरान मोहनपुर एसएचओ नंद किशोर यादव को गोली मार दी थी. बाद में उपचार के दौरान पटना में उनकी मौत हो गई थी. इस मामले में उजियारपुर थाने में प्राथमिकी दर्ज की गई थी.
आश्रित परिवार को मिलेगी सभी राहत- एसपी
एसपी ने बताया कि शहीद दारोगा नंदकिशोर यादव के परिजनों को सभी प्रकार के सरकारी लाभ 10 दिनों के अंदर दिलाने के लिए अलग से एसआईटी बनाया गया था. एसआईटी ने सभी कागजी कार्य पूरा कर लिया है. एक सप्ताह के अंदर सभी लाभ प्रदान कर दिया जाएगा. जिनमें मृतक के आश्रित को सरकार द्वारा दस लाख रुपए के साथ ही अन्य लाभ तथा मृतक की पत्नी को अनुकंपा पर नौकरी शामिल है.