महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे नीत शिवसेना ने संजय राउत को संसदीय पार्टी के नेता के पद से हटा दिया है और उनके स्थान पर लोकसभा सदस्य गजानन कीर्तिकर को नियुक्त किया है. लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला और राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ को लिखे पत्र में शिवसेना के शीर्ष नेता एकनाथ शिंदे ने कहा कि गजानन कीर्तिकर को शिवसेना संसदीय पार्टी का नेता नियुक्त किया गया है.
इस घटनाक्रम पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए राऊत ने मुम्बई में कहा कि अगर वे पैसा स्वीकार कर लेते और घुटने टेक देते तब उन्हें इस पद पर बनाये रखा जाता. राऊत ने कहा कि हमसे निष्ठा बदलने के बारे में पूछा गया था और मैंने कहा कि बालासाहब ठाकरे, उद्धव ठाकरे और शिवसेना को धोखा नहीं दे सकते.
संसद भवन की तीसरी मंजिल पर स्थित संसदीय पार्टी के कार्यालय में शिवसेना नेताओं ने बृहस्पतिवार को कीर्तिकर का स्वागत किया. लोकसभा में 18 सांसदों वाली शिवसेना के चार सांसदों ने उद्धव ठाकरे के प्रति अपनी वफादारी व्यक्त की है.
ज्ञात हो कि पिछले वर्ष एकनाथ शिंदे ने ठाकरे पर पार्टी के मूल सिद्धांतों से भटकने और चिर प्रतिद्वन्द्वी कांग्रेस, राकांपा से हाथ मिलाकर महाराष्ट्र में सरकार बनाने का आरोप लगाते हुए पार्टी का विभाजन किया था. पिछले महीने निर्वाचन आयोग ने शिंदे नीत धड़े को असली शिवसेना के रूप में मान्यता प्रदान की थी तथा उनके धड़े को पार्टी का नाम एवं चिन्ह प्रदान किया था.
राज्यसभा में शिवसेना के तीन सदस्य...संजय राउत, अनिल देसाई और प्रियंका चतुर्वेदी हैं और इन्होंने ठाकरे के प्रति निष्ठा प्रकट की है.
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