महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी (Maharashtra Governor Bhagat Singh Koshyari) ने पिछले दिनों साकीनाका महिला हत्याकांड (Sakinaka Woman Murder Case) पर राज्य में कानून व्यवस्था पर सवाल उठाए थे. राज्यपाल ने राज्य सरकार को एक पत्र लिखकर इस मामले को लेकर एक विशेष अधिवेशन बुलाने की भी मांग की थी इसके बाद से ही शिवसेना बौखला गई है. पार्टी ने अपने मुखपत्र सामना के संपादकीय में राज्यपाल पद को सफेद हाथी (White Elephant) बताया और राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी की धोती में आग लगने की बात लिखी है.
सामना ने अपने संपादकीय में लिखा," महाराष्ट्र के राज्यपाल भगतसिंह कोश्यारी को हमारे राज्य में महिलाओं का शोषण, कानून व्यवस्था के बारे में चिंता होती है, उसी तरह की चिंता उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश के राज्यपालों को क्यों नहीं होनी चाहिए?"
सामना की संपादकीय में राज्यपाल कोश्यारी को लेकर तीखे तेवर नजर आए. संपादकीय में लिखा, "राज्यपाल सिर्फ सरकारी पैसे पर पाले जानेवाले सफेद हाथी नहीं हैं. दिल्ली की सत्ताधारी पार्टियों की सरकारें जिन-जिन राज्यों में नहीं हैं, उन-उन राज्यों में वो मदमस्त निरंकुश हाथी की ही भूमिका निभाते हैं और ऐसे हाथियों के महावत दिल्ली में बैठकर नियंत्रित करते हैं. उसी हाथी के पैरों तले लोकतंत्र का संविधान, कानून, राजनीतिक संस्कृति को रौंदते हुए अलग शुरुआत की जाती है."
सामना में लिखा, "केंद्र की सरकार, प्रधानमंत्री पूरे देश के नेता होते हैं। फिर भले ही राज्यों की सरकारें उन्हें माननेवाली राजनीतिक पार्टी की न हों तब भी. उन राज्यों को अस्थिर करना मतलब राष्ट्रीय एकता को कलंक लगाने जैसा है. महाराष्ट्र की घटनाएं कलंक लगाने का ही उदाहरण है. अर्थात महाराष्ट्र को कलंक लगाओगे तो आपकी ही धोती जलेगी, ये मत भूलो."
संपादकीय में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर भी निशाना साधा. साथ ही भाजपा शासित राज्यों में हो रहे अपराधों को भी गिनाया.
- - ये भी पढ़ें - -
* साकीनाका रेप केस दिल दहलाने वाला पर मुंबई "महिलाओं के लिए सबसे सुरक्षित" : शिवसेना
* राहुल गांधी केंद्र की नीतियों पर निशाना साधते हैं लेकिन ट्विटर पर, शरद पवार के साथ काम करें : शिवसेना
* "नेहरू-गांधी की वजह से भारत कठिन समय का सामना कर पा रहा" : मोदी सरकार पर शिवसेना का निशाना