शिवसेना सांसद संजय राउत (Sanjay Raut) ने आज (गुरुवार) प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) के मंत्रिमंडल में हुए बदलाव को लेकर तंज कसते हुए कहा कि रविशंकर प्रसाद को हटा दिया गया. उन्होंने कहा, 'रविशंकर प्रसाद हमेशा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यों को मास्टर स्ट्रोक बताते हुए शेखी बघारते थे. हालांकि, इस बार इस मास्टर स्ट्रोक ने उन पर पलटवार किया है.' उन्होंने कहा कि अन्य अनुभवी मंत्रियों जैसे प्रकाश जावडेकर और थावरचंद गहलोत को इस्तीफा देना पड़ा. नए चेहरों को लाया गया है. जाहिर है, उन्होंने नए मंत्रियों को उनकी योग्यता के आधार पर अपनी टीम में शामिल किया होगा.
संजय राउत ने कहा, 'महाराष्ट्र के दो से चार मंत्रियों को कैबिनेट में शामिल किया गया है. मूल तौर पर वे शिवसेना और एनसीपी के सदस्य थे, इसलिए भाजपा को हमारा आभारी होना चाहिए कि हमारी पार्टी के ऐसे प्रतिभाशाली नेता उनकी पार्टी का हिस्सा बने और उन्होंने उन्हें नेता बनाया. वे अच्छा काम करेंगे और भारत और महाराष्ट्र की प्रगति में योगदान देंगे.'
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राउत ने कहा कि नए केंद्रीय पंचायती-राज राज्य मंत्री कपिल पाटिल और स्वास्थ्य राज्य मंत्री भारती पवार पहले राकांपा में थे. जबकि सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योग (एमएसएमई) मंत्री नारायण राणे पहले शिवसेना में थे और फिर वह कांग्रेस में भी रहे थे. उल्लेखनीय है कि महाराष्ट्र से केंद्रीय मंत्री के रूप में बुधवार को शपथ लेने वाले चार नेताओं में तीन की पृष्ठभूमि भाजपा की नहीं है.
संजय राउत ने कहा कि महाराष्ट्र से आने वाले चार नेताओं को अच्छे मंत्रालय मिले हैं और उन्हें एमएसएमई, वित्त और स्वास्थ्य क्षेत्र में जनता की सेवा करने का अवसर मिलेगा. साथ ही, उन्होंने भाजपा नेता प्रकाश जावडेकर को केंद्रीय मंत्रिमंडल से हटाने पर अफसोस जताया.
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