शिरोमणि अकाली दल (SAD) के प्रमुख सुखबीर सिंह बादल (Sukhbir Singh Badal) ने पंजाब कांग्रेस (Punjab Congress) अध्यक्ष पद से नवजोत सिंह सिद्धू (Navjot Singh Sidhu) के इस्तीफे पर कटाक्ष करते हुए कहा कि वह एक "मिसगाइडेड मिसाइल" हैं, जिन्हें पता ही नहीं है कि जाना कहां है? चंडीगढ़ में बादल ने मीडियाकर्मियों से कहा, "मैंने पहले ही कहा था कि नवजोत सिंह सिद्धू एक गुमराह (मिसगाइडेड) मिसाइल है जो यह नहीं जानते कि वह कहां जाएंगे या किसको मार डालेंगे.. उन्होंने पहले पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष बनकर कैप्टन अमरिंदर सिंह को नष्ट किया, फिर उनकी पार्टी का सफाया कर दिया." .
सिद्धू पर कटाक्ष करते हुए अकाली नेता ने कहा कि पंजाब को बचाने के लिए सिद्धू को मुंबई चले जाना चाहिए. उन्होंने कहा, "मैंने भी सिद्धू के बारे में चेतावनी दी थी. पंजाब का हर बच्चा यह जानता है. वह एक अहंकारी आदमी है. अगर पंजाब को बचाना है तो मैं सिद्धू साहब से मुंबई जाने का अनुरोध करता हूं."
पंजाब में सियासी घटनाक्रम के एक नाटकीय मोड़ में, राज्य कांग्रेस प्रमुख नवजोत सिंह सिद्धू ने मंगलवार दोपहर को कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को अपना इस्तीफा सौंप दिया.
सोनिया गांधी को लिखे अपने पत्र में सिद्धू ने लिखा, ‘‘किसी भी व्यक्ति के व्यक्तित्व में गिरावट समझौते से शुरू होती है, मैं पंजाब के भविष्य और पंजाब के कल्याण के एजेंडे को लेकर कोई समझौता नहीं कर सकता हूं.'' उन्होंने लिखा, ‘‘इसलिए, मैं पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष पद से इस्तीफा देता हूं. कांग्रेस की सेवा करना जारी रखूंगा.''
हालांकि, कांग्रेस के करीबी सूत्रों का कहना है कि सिद्धू का इस्तीफा स्वीकार नहीं किया गया है. उन्होंने कहा कि शीर्ष नेतृत्व ने राज्य नेतृत्व से पहले अपने स्तर पर मामले को सुलझाने को कहा है. सिद्धू 23 जुलाई को पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष बनाए गए थे.
सिद्धू के इस्तीफे के बाद पंजाब कांग्रेस में इस्तीफों का सिलसिला शुरू हो गया है. सिद्धू के करीबी मानी जाने वाली एक मंत्री और तीन कांग्रेसी नेताओं ने कांग्रेस आलाकमान को एक बड़ा झटका देते हुए अपने-अपने पदों से इस्तीफा दे दिया. पंजाब में कैप्टन बनाम सिद्धू की लड़ाई में नवजोत के पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष के रूप में नियुक्त होने विवाद लोग संकट का हल होने की उम्मीद लगाए बैठे थे लेकिन विधान सभा चुनाव से पहले कांग्रेस की परेशानी और बढ़ती दिख रही है.