- शेफाली जरीवाला ने बिना डॉक्टर की निगरानी के दवाएं ली थीं.
- पुलिस ने उनके कमरे से बड़ी संख्या में दवाएं बरामद की हैं.
- शेफाली ने 8 साल पहले खुद से दवाएं लेने की शुरुआत की थी.
- उनकी मौत से एक दिन पहले बासी खाना खाने की आशंका है.
पुलिस सूत्रों की मानें तो पुलिस को शक है कि शेफाली जरीवाला (Shefali Zariwala) कई वर्षों से बिना डॉक्टर की निगरानी के एंटी-एजिंग, मल्टीविटामिन और स्किन व्हाइटनिंग की हैवी डोज़ दवाएं ले रही थीं यानी ये मामला सेल्फ मेडिकेशन का हो सकता है. अंबोली पुलिस को शेफाली के कमरे के फ्रिज, ड्रावर और टेबल पर बड़ी संख्या में दवाएं मिलीं, जिनमें ग्लूटाथियोन जैसे एंटी-एजिंग मेडिकेशन शामिल हैं.
शेफाली के फ्रिज में मिली ये दवाएं
8 साल पहले किसी डॉक्टर से सलाह लेने के बाद शेफाली ने खुद से दवाएं लेना शुरू किया और लगातार जारी रखा. खास बात ये है कि ये सब बगैर किसी डॉक्टर की रेगुलर निगरानी के वो कर रही थीं. इसके साथ ही मौत से एक दिन पहले व्रत होने के बावजूद शेफाली ने फ्रिज में रखा बासी फ्राइड राइस खा लिया, जिससे फूड पॉयजनिंग की आशंका जताई जा रही है. फ्रिज में ‘Pendi' नाम की एसिडिटी दवाओं के कई पत्ते भी मिले हैं, संकेत है कि उन्हें लगातार गैस्ट्रिक या एसिडिटी की गंभीर समस्या थी.
आपको बता दें कि शेफाली जरीवाला का अंतिम संस्कार बीती शाम मुंबई में हो गया. इसमें उनके करीबी परिवार के लोग और दोस्त शामिल हुए. इस दौरान के एक वायरल वीडियो में शेफाली जरीवाला के पति और एक्टर पराग त्यागी टूटते हुए अंतिम संस्कार की तैयारी करते हुए नजर आ रहे हैं. वीडियो में उन्हें अंतिम संस्कार के दौरान आंसू रोकने की कोशिश करते देखा जा सकता है. एक्ट्रेस और करीबी दोस्त आरती सिंह भी अंतिम संस्कार में मौजूद थीं और काफी भावुक दिखीं.
शेफाली की मौत पर एक्सपर्ट्स की राय
पुलिस ने शेफाली की मौत के कारण को जानने के लिए उनके खून और विसरा का नमूना ले लिया है. जिनकी फिलहाल जांच हो रही है. इसकी जांच के बाद ही ये पक्के तौर पर पता चला पाएगा कि शेफाली की मौत के पीछे का असल कारण क्या है.एक्सपर्ट्स के अनुसार मरीज को योग्य डॉक्टर द्वारा बताई गई एंटी एजिंग दवा लेने का पूरा अधिकार है. इसमें कोई अवैधता नहीं है.कहा जा रहा है कि क्या सही में दवा के रिएक्शन के कारण ही उनकी मौत हुई है, ये जानने के लिए शेफाली जरीवाला के खून और विसरा के नमूने सूक्ष्म और विष विज्ञान विश्लेषण के लिए क्षेत्रीय फोरेंसिक विज्ञान प्रयोगशाला (FSL), कलिना को भेजे जाने के लिए सुरक्षित रखे गए हैं. ताकि दवा की प्रतिक्रिया और अन्य कारकों की संभावना को खारिज किया जा सके.