"वह लड़ना चाहते हैं...", मल्लिकार्जुन खड़गे के कमेंट पर शशि थरूर ने दिया यह जवाब

शशि थरूर ने लिखा कि स्पष्ट कर दूं कि मैं खड़गे जी से सहमत हूं कि @incIndia में हम सभी एक-दूसरे के बजाय बीजेपी का मुकाबला करना चाहते हैं. हमारे बीच कोई वैचारित मतभेद नहीं है. ये चुनाव इसलिए है कि इसे सबसे प्रभावी ढंग से कैसे करना है. 

विज्ञापन
Read Time: 23 mins
शशि थरूर ने मल्लिकार्जुन खड़गे को दिया ये जवाब

कांग्रेस अध्यक्ष पद के प्रमुख दावेदारों में से एक शशि थरूर ने अपने प्रतिद्वंद्वी मल्लिकार्जुन खड़गे को जवाब दिया कि कांग्रेस अध्यक्ष पद का चुनाव पार्टी के भीतर ही मुकाबला नहीं बल्कि पार्टी के सदस्यों के लिए यह चुनने के अवसर है कि भाजपा से प्रभावी तरीके से कैसे निपटें.

मल्लिकार्जुन खड़गे (जिन्हें कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए गांधी परिवार की पसंद के रूप में देखा जा रहा है) ने रविवार को संवाददाताओं से कहा था कि उन्होंने नामांकन प्रक्रिया के बाद थरूर से बात की थी. सर्वसम्मत उम्मीदवार होना ही बेहतर होगा, लेकिन थरूर ने चुनाव लड़ने पर जोर दिया और कहा कि लोकतंत्र में चुनाव लड़ना चाहिए.

80 वर्षीय वरिष्ठ नेता ने कहा कि जब कोई उम्मीदवार चुनाव लड़ने का फैसला करता है तो मैं उन्हें कैसे रोक सकता हूं. इसलिए वह लड़ रहे हैं और वे मेरे छोटे भाई हैं. उन्होंने जोर देकर कहा कि यह एक पारिवारिक मामला है और हमें आज भी और कल भी एकजुट रहना है. 

Advertisement
Advertisement

वहीं शशि थरूर ने आज ट्वीट में कहा था कि वह खड़गे से सहमत हैं कि कांग्रेस में हम सभी को बीजेपी से मुकाबला करना चाहिए ना कि एक-दूसरे से. पार्टी प्रमुख का चुनाव यह चुनना है कि इसे सबसे प्रभावी ढंग से कैसे किया जाए.

Advertisement

उन्होंने लिखा कि मैं स्पष्ट कर दूं कि मैं खड़गे जी से सहमत हूं कि @incIndia में हम सभी एक-दूसरे के बजाय बीजेपी का मुकाबला करना चाहते हैं. हमारे बीच कोई वैचारित मतभेद नहीं है. ये चुनाव इसलिए है कि इसे सबसे प्रभावी ढंग से कैसे करना है. 

Advertisement

गौरतलब है कि कांग्रेस अध्यक्ष चुनाव के लिए हाई ड्रामा देखा गया. राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत (जिन्हें गांधी परिवार की पसंद माना जा रहा था) के राज्य के विधायकों के एक वर्ग ने कहा कि वे गहलोत के बदले सचिन पायलट को मुख्यमंत्री के रूप में स्वीकार नहीं करेंगे, हालांकि गहलोत ने इस विद्रोह में किसी भी भूमिका से इनकार किया, लेकिन यह संभावना नहीं है कि विधायक उनके बिना आलाकमान के आदेश की अवहेलना कर रहे हों. गहलोत पीछे हटे तो दिग्विजय सिंह भी इस चुनाव में कूदने वाले थे, लेकिन वे बाहर हो गए. उन्होंने कहा कि खड़गे उनके नेता है और उनके खिलाफ चुनाव लड़ने के बारे में वे सोच भी नहीं सकते.

ये Video भी देखें : इंडिया गेट पर ड्रोन शो के जरिए दी गई महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि

Featured Video Of The Day
Delhi Assembly Elections: AAP का Election Campaign 'रेवड़ी पर चर्चा', महिलाओं से किया बड़ा वादा
Topics mentioned in this article