जुमे की नमाज़ के बाद बरेली में ‘I Love Muhammad' पोस्टर विवाद के बीच जो उपद्रव भड़का था, उसके बाद प्रशासन किसी भी तरह की कोई कमी नहीं छोड़ना चाहता. इसी क्रम में कल जुमे की नमाज के मद्देनजर इलाके में पुलिस सुरक्षा बढ़ाई गई है. बरेली जिले में मोबाइल इंटरनेट, ब्रॉडबैंड और एसएमएस सेवाओं पर लगी पाबंदी अगले 48 घंटे के लिए और बढ़ा दी गयी है.
अधिकारियों ने दी यह जानकारी
अधिकारियों ने बताया कि संवेदनशील इलाकों में पुलिस, पीएसी और आरएएफ के जवानों को तैनात किया गया है. साथ ही ड्रोन के जरिये निगरानी की जा रही है.
'बदायूं जिलों के लिए हाई अलर्ट'
मंडलायुक्त भूपेंद्र एस चौधरी ने बताया कि, "बरेली में हाल में हुई हिंसा के बाद आज दशहरे के त्योहार के मद्देनजर बरेली, शाहजहांपुर, पीलीभीत और बदायूं जिलों के लिए ‘हाई अलर्ट' जारी किया गया है. गृह विभाग के जारी अधिसूचना के तहत जिले में मोबाइल इंटरनेट, ब्रॉडबैंड और एसएमएस सेवाएं अगले 48 घंटे के लिए निलंबित कर दी गई हैं."
'अफवाहें फैलने की आशंका'
गृह विभाग के सचिव गौरव दयाल ने आदेश में कहा कि, "हालात को देखते हुए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म जैसे फेसबुक, यूट्यूब, व्हाट्सऐप और मैसेजिंग सिस्टम के दुरुपयोग से अफवाहें फैलने और सांप्रदायिक तनाव भड़कने की आशंका है, ऐसे में जिले में शांति-व्यवस्था बनाये रखने के लिए यह कदम उठाना जरूरी है."
पुलिस एक्शन मोड में
उत्तर प्रदेश के बरेली में बीते दिनों हुए बवाल और हिंसा के मामले में यूपी पुलिस एक्शन मोड में है. पुलिस ने इस मामले में फरार चल रहे दो आरोपियों को एनकाउंटर के बाद गिरफ्तार कर लिया है.गिरफ्तार आरोपियों की पहचान ईद्रीस और इकबाल के रूप में की गई है. आरोपियों से पुलिस की ये मुठभेड़ बरेली के सीबी गंज इलाके में हुई है.
बरेली में बवाल करने के लिए बाहर से लाए गए थे लोग
बरेली में बीते दिनों हुए बवाल को लेकर पुलिस की अभी तक की जांच में कई चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं. पुलिस के अनुसार बरेली में बवाल के लिए बिहार और पश्चिम बंगाल से भी लोगों को बुलाया गया था. पुलिस इस मामले में अभी अपनी जांच कर रही है. पुलिस ने अभी तक इस मामले में तौकीर रजा समेत 81 लोगों को गिरफ्तार किया है.