दक्षिण पश्चिम दिल्ली (South-West Delhi) के छावला इलाके में एक फार्महाउस के केयरटेकर की गौकशी के शक में पीट पीटकर हत्या कर दी गई. उसके 2 साथी भी घायल हैं. पुलिस का कहना है कि मौके से मांस के कुछ अवशेष मिले हैं जिन्हें जांच के लिए भेजा गया है. 40 साल के राजाराम की पत्नी जाशो और उनके 4 छोटे बच्चे,सब बेसहारा हो गए हैं. सोमवार सुबह तड़के जब पूरा परिवार सो रहा था, उसी समय कुछ कथित गौरक्षकों ने राजाराम पर हमला कर दिया. हमले में दो और लोग घायल हुए हैं. राजाराम की इतनी पिटाई की गई कि उसकी मौत ही गई. राजाराम का शव अभी भी अस्पताल में है. पुलिस ने उसकी पत्नी को ये तक नहीं बताया कि राजाराम की मौत हो गई है. राजाराम की पत्नी जाशो का कहना है कि गौहत्या की बात बिल्कुल झूठी है. उसने कहा, "हमें नहीं पता क्या कैसे हुआ,हम अंदर सो रहे थे. हम गाय काटने के बारे में सोच भी नहीं सकते."
राजाराम फार्महाउस में केयरटेकर थे ,वहीं इस मामले में दिल्ली पुलिस का बयान भी संदेह के घेरे में है. पुलिस का दावा है कि उसे सोमवार सुबह फार्महाउस में गौकशी की सूचना मिली. जब पुलिस मौके पर पहुँची तो गौकशी के आरोप में राजाराम समेत 5 लोगों को गिरफ्तार किया गया.सभी की मेडिकल की जांच के बाद उन्हें थाने लाया गया. थाने में एक आरोपी शानू ने बताया कि गौकशी के दौरान उनकी कुछ लोगों ने पिटाई की है.इस बीच,आरोपी राजाराम की तबीयत खराब हुई, उसे अस्पताल ले जाया गया जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया.इसके बाद पुलिस ने हत्या का केस दर्ज किया ,लेकिन राजाराम के कातिल अब तक फरार हैं.खास बात ये है कि राजाराम के फार्महाउस में कई गायें हैं. उसकी पत्नी का कहना है कि इन गायों की सेवा वो ही करती हैं और इनका दूध बेचकर खर्चा चलाती है. राजाराम का 14 साल का बेटा भी गुरुग्राम की एक गौशाला में काम करता है.
राजाराम के दोस्त उमेश ने भी कहा, "गाय काटने वाली बात मैंने न कभी सुनी और न देखी. ये झूठे आरोप है."राजाराम के शव के पोस्टमार्टम से उसकी चोटों का पता चलेगा,फिलहाल राजाराम की मौत की नींद सुलाने वाले कथित गौरक्षक फरार हैं.
ये VIDEO भी देखें : मंदिर के सामने मुस्लिम के ठेला लगाने पर फल उठाकर सड़क पर फेंके
.