दिल्ली विधानसभा चुनाव में मिली हार के बाद आम आदमी पार्टी ने दिल्ली नगर निगम का चुनाव न लड़ने का फैसला किया है. दिल्ली में मेयर का चुनाव 25 अप्रैल को होना है. आप का कहना है कि उसके पार्षदों को डरा-धमकाकर, लालच देकर बीजेपी अपनी ओर करने की कोशिश कर रही है. आप का कहना है कि इसी वजह से उसने चुनाव से हट जाने का फैसला किया है. आप के इस कदम के बाद बीजेपी ने अपने मेयर और डिप्टी मेयर कैंडिडेट के नाम का ऐलान कर दिया. सरदार राजा इकबाल सिंह मेयर और जय भगवान यादव को डिप्टी मेयर पद पर बीजेपी के उम्मीदवार होंगे. सरदार राजा इकबाल सिंह इस समय दिल्ली नगर निगम ने नेता विपक्ष के पद पर हैं. बीजेपी की दोनों पदों पर जीत तय मानी जा रही है. बीजेपी के दोनों उम्मीदवारों ने अपने पर्चे दाखिल कर दिए हैं.
अकाली राजनीति से रखा बीजेपी में कदम
अकाली राजनीति से आए राजा इकबाल सिंह का बीजेपी में तेजी से उदय हुआ है. उनके ससुर जीटीबी नगर से पार्षद रह चुके हैं. वहीं उनके साले अभी भी अकाली राजनीति में सक्रिय हैं. राजा इकबाल सिंह भी जीटीबी नगर से पार्षद रह चुके हैं. वो सितंबर 2020 तक निगम के सिविल लाइंस जोन के प्रमुख भी रहे. उसी महीने में शिरोमणी अकाली दल ने केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार से कृषि कानूनों के विरोध में समर्थन वापस ले लिया था. इसके बाद अकाली दल ने राजा इकबाल सिंह से उन पदों से इस्तीफा देने को कहा था. लेकिन उन्होंने ऐसा करने से इनकार कर दिया था. इसके नौ महीने बाद बीजेपी ने उन्हें उत्तर दिल्ली नगर निगम का मेयर बना दिया. यह वही दौर था, जब दिल्ली में अकाली राजनीति कमजोर हो रही थी और अकाली नेता एक-एक कर बीजेपी में शामिल हो रहे थे. राजा इकबाल सिंह ने भी मौके का फायदा उठाया था.
दिल्ली नगर निगम के मेयर पद के लिए अपना नामांकन दाखिल करते सरदार राजा इकबाल सिंह.
16 अप्रैल 2020 को हनुमान जयंती के दिन हिंदु-मुस्लिम दंगा भड़क गया था. पुलिस ने इस मामले में करीब 20 लोगों को गिरफ्तार किया था. इनमें से पांच आरोपियों को राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के तहत गिरफ्तार किया गया था. बीजेपी ने एक पत्र लिखकर आरोपियों के अवैध निर्माण की जानकारी उत्तरी दिल्ली नगर निगम को दी थी. उस समय उत्तरी दिल्ली नगर निगम के मेयर राजा इकबाल सिंह ही थे. निगम के अधिकारियों ने 20 अप्रैल को जहांगीरपुरी इलाके में कई अवैध निर्माण को ध्वस्त कर दिया था. इनमें से अधिकांश निर्माण मुस्लिमों के थे. राजा इकबाल सिंह की गिनती बीजेपी के उन नेताओं में होती है, जो बोलने में मितव्ययिता बरतते हैं.
दिल्ली नगर निगम के डिप्टी मेयर पद के लिए अपना नामांकन दाखिल करते जय भगवान यादव.
दिल्ली में मेयर का चुनाव कब होता है
दिल्ली में मेयर का चुनाव हर वित्त वर्ष की पहली बैठक में होता है. यह बैठक आमतौर पर अप्रैल में आयोजित की जाती है. चुनाव होने तक मौजूदा मेयर पद पर बने रहते हैं. वर्तमान में आप के महेश खींची दिल्ली के मेयर हैं. इस साल 11 अप्रैल को जारी आदेश में एमसीडी सचिव ने चुनाव की तारीखों का ऐलान किया था. दिल्ली में मेयर का पिछला चुनाव नवंबर 2024 में हुआ था, क्योंकि अप्रैल 2024 में उस समय के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी के कारण समय पर मंजूरी नहीं मिल पाई थी. इस साल मेयर पद सभी पार्षदों के लिए खुला है, क्योंकि पहले कार्यकाल में महिलाओं और तीसरे कार्यकाल में अनुसूचित जातियों के लिए आरक्षण लागू होता है. इस बार कोई आरक्षण लागू नहीं है.
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