संयुक्त किसान मोर्चा ने भारतीय किसान यूनियन (चढूनी) के प्रधान गुरनाम सिंह चढूनी को निलंबित कर दिया है. संयुक्त किसान मोर्चा की सबसे मुख्य 7 सदस्यीय कमेटी से भी चढूनी को निलंबित किया गया है. उन्हें 19 जनवरी को को केंद्र सरकार से होने वाली बैठक से भी बाहर रखा जाएगा.
चढूनी पर राजनीतिक पार्टियों से मुलाकात और खुद अपनी तरफ़ से आंदोलन संबंधित कार्यक्रम आयोजित करने का आरोप लगा है. गुरुनाम चढूनी पर कांग्रेस-आम आदमी पार्टी के नेताओं से मुलाकात करने का भी आरोप लगा है. भारतीय किसान यूनियन (चढूनी) के प्रधान गुरनाम सिंह चढूनी के खिलाफ आरोपों की जांच के लिए 4 सदस्य समिति बनाई गई है. समिति के सामने चढूनी को अपना पक्ष रखना होगा. जांच पूरी होने तक संयुक्त किसान मोर्चा की आंतरिक बैठकों और केंद्र सरकार के साथ होने वाली बैठक से चढ़ूनी बाहर भी रहेंगे.
संयुक्त किसान मोर्चा का यह निर्णय ऐसे वक्त सामने आया है, जब सोमवार को सुप्रीम कोर्ट में कृषि कानूनों से जुड़े मुद्दे पर अहम सुनवाई होनी है. साथ ही 19 जनवरी को केंद्र सरकार औऱ किसान नेताओं के बीच भी बैठक होनी है. किसान नेताओं ने 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस पर दिल्ली में ट्रैक्टर रैली निकालने का भी ऐलान किया है.