Bihar News: बिहार की राजनीति के लिए आज का दिन बेहद अहम है. भारतीय जनता पार्टी के नवनियुक्त प्रदेश अध्यक्ष संजय सरावगी (Sanjay Saraogi) आज औपचारिक रूप से अपना पदभार ग्रहण करेंगे. पटना की सड़कों पर उनके भव्य स्वागत की तैयारी पूरी हो चुकी है, जिसे पार्टी के 'शक्ति प्रदर्शन' के तौर पर देखा जा रहा है.
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पटना स्थित प्रदेश कार्यालय में आयोजित एक भव्य समारोह में निवर्तमान अध्यक्ष दिलीप कुमार जायसवाल (Dilip Kumar Jaiswal) अपनी जिम्मेदारियां संजय सरावगी को सौंपेंगे. इस ऐतिहासिक पल के गवाह बिहार प्रभारी विनोद तावड़े (Vinod Tawde), डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी (Samrat Choudhary) और विजय कुमार सिन्हा (Vijay Kumar Sinha) सहित भाजपा के तमाम दिग्गज नेता और हजारों कार्यकर्ता बनेंगे.
खुली जीप रोड शो और महापुरुषों को नमन
संजय सरावगी आज दरभंगा से पटना पहुंचेंगे, जहां उनका स्वागत किसी उत्सव की तरह होगा. पटना आगमन पर वे सबसे पहले हाई कोर्ट के पास बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा पर माल्यार्पण करेंगे. इसके बाद वे कार्यकर्ताओं के हुजूम के साथ खुली जीप में सवार होकर पार्टी दफ्तर के लिए निकलेंगे. आयकर गोलंबर के पास वे लोकनायक जयप्रकाश नारायण को भी पुष्पांजलि अर्पित करेंगे.
कौन हैं संजय सरावगी? क्यों मिली इतनी बड़ी जिम्मेदारी?
15 दिसंबर को जेपी नड्डा द्वारा नियुक्त किए गए संजय सरावगी बिहार भाजपा का एक कद्दावर चेहरा हैं. वे दरभंगा सदर सीट से लगातार 6 बार चुनाव जीत चुके हैं. सरावगी की नियुक्ति को बिहार के वैश्य वोट बैंक को साधने के मास्टरस्ट्रोक के रूप में देखा जा रहा है. ऐसे समय में जब भाजपा आंतरिक पुनर्गठन के दौर से गुजर रही है, एक अनुभवी चेहरे पर भरोसा जताया गया है.
बिहार में भाजपा का नया पावर सेंटर
बीते कुछ दिनों में बिहार भाजपा में बड़े बदलाव हुए हैं. पहले बैंकुईपुर विधायक नितिन नबीन को राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष बनाया गया और अब राज्य की कमान संजय सरावगी को दी गई है. यह फेरबदल संकेत देता है कि भाजपा अपने मिशन के लिए अपनी नई कोर टीम तैयार कर चुकी है.
'पार्टी कैसे आगे बढ़े इसके लिए काम करेंगे'बिहार बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष घोषित होने के बाद संजय सरावगी ने मीडिया से बात करते हुए अपनी पहली प्रतिक्रिया में कहा था, 'नेतृत्व के प्रति बहुत-बहुत आभार. हम लोग पार्टी को मां के समान मानते हैं. सरकार से संगठन का समन्वय रहे, पार्टी कैसे और आगे बढ़े, इसके लिए काम करेंगे. पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व ने जो मुझपर विश्वास किया है, उस पर अक्षरशः खड़ा उतरने का कोशिश करूंगा.'
मिथिला के सम्मान से जुड़े सवाल पर संजय सरावगी ने आगे कहा, 'निश्चित तौर पर जनक जननी मां सीता की जन्मस्थली पुनौरा धाम से लेकर पूरा मिथिला और मिथिला के मुख्यालय दरभंगा का छठी बार सेवा करने का मौका लोगों ने दिया है. अब पार्टी ने इस दायित्व को सौंपा है. इस दायित्व के लिए निश्चित तौर पर पूरी निष्ठा के साथ काम करेंगे.'
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