Punjab Assembly Election: देश के 5 राज्यों में विधानसभा के चुनाव होने वाले हैं. जिन 5 राज्य हैं, उनमें पंजाब एक प्रमुख राज्य है. आंकड़ों की बात की जाए तो पंजाब में कुल 117 विधानसभा की सीटें हैं. 2017 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी के पास 77 सीटें थीं. पंजाब में तो कांग्रेस के लिए सभी सीटें महत्वपूर्ण हैं, मगर संगरूर विधानसभा सीट कांग्रेस के लिए सबसे ज़्यादा महत्व रखता है. इस सीट पर कांग्रेस का दबदबा हमेशा बना रहा है. वर्तमान में इस सीट पर विजय इंदर सिंगला विधायक हैं, जो मंत्री भी हैं. 2022 में होने वाला विधानसभा चुनाव में इंदर सिंगला इसी विधानसभा से कांग्रेस के प्रत्याशी हैं. ऐसे में सवाल उठता है कि क्या इंदर सिंगला अपना इतिहास दोहरा पाएंगे?
संगरूर विधानसभा सीट के बारे में बात करें तो 1977 में जनता पार्टी के गुर्दीलाल सिंह विधायक चुने गए थे. 1980 में शिरोमणि अकाली दल के सुखदेव सिंह को यहां की जनता ने मौका दिया था. 1985 और 1997 में इस सीट पर शिरोमणि अकाली दल के रणजीत सिंह इस सीट से निर्वाचित हुए. 1992 में कांग्रेस के जसबीर सिंह को यहां की जनता ने मौका दिया. 2002 में कांग्रेस के अरविंद खन्ना इस सीट से विधायक निर्वाचित हुए. 2007 में कांग्रेस के सुरिंदर पाल सिंह सिबिया और 2012 में शिरोमणि अकाली दल के प्रकाश सिंह गर्ग इस सीट से विधायक निर्वाचित हुए. वर्तमान में विजय इंदर सिंगला इस सीट के विधायक हैं. कांग्रेस ने फिर से इंदर सिंगला पर ही अपना भरोसा जताया है.
2017 की स्थिति
संगरूर विधानसभा सीट से 2017 में कांग्रेस के उम्मीदवार विजय इंदर सिंगला की जीत हुई थी. सिंगला ने आप के दिनेश अग्रवाल को 30812 वोट से हरा दिया था.
वर्तमान स्थिति
संगरूर विधानसभा सीट से विजय इंदर सिंगला विकास के दावे कर रहे हैं. वहीं विपक्षा नेता इसे छलावा बता रहे हैं. इस बार इस सीट पर विजय इंदर सिंगला को चुनौतियों का सामना करना पड़ेगा. इस बार 20 फरवरी को इस सीट पर मतदान होना है.