उत्तर प्रदेश में हाल ही में हुए विधानसभा चुनावों में बीजेपी (BJP) को सबसे बड़ी चुनौती देने वाली समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) ने आरोप लगाया कि वाराणसी में मतगणना केंद्रों से इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों (EVM) को ले जाया जा रहा है. सरकार पर "चोरी" का आरोप लगाते हुए, कहा कि 2017 में लगभग 50 सीटों पर भाजपा की जीत का अंतर 5,000 वोटों से कम था. हालांकि, वाराणसी के जिला मजिस्ट्रेट ने कहा कि ईवीएम का इस्तेमाल प्रशिक्षण के लिए किया जा रहा था और वे मतदान में इस्तेमाल नहीं की गई थी. इसको लेकर डीएम ने पूरा ब्योरा देते हुए आरोपों को खंडन किया है. वहीं वाराणसी की घटना को लेकर सपा हाईकोर्ट जाएगी. निष्पक्ष मतगणना और अधिकारियों पर कार्रवाई की मांग को लेकर सपा कोर्ट जाएगी. सपा इलाहाबाद हाईकोर्ट की लखनऊ बेंच में पिटीशन फाइल करेगी.
"कुछ राजनीतिक दलों" पर "अफवाह फैलाने" का आरोप लगाते हुए, जिला मजिस्ट्रेट कौशल राज शर्मा ने कहा कि चुनावों में इस्तेमाल की गई सभी ईवीएम सीआरपीएफ के कब्जे वाले स्ट्रांग रूम में सील कर दी गई हैं और सीसीटीवी निगरानी में हैं, जिसे सभी राजनीतिक दल के लोग देख रहे हैं.