DMK सांसद के केंद्रीय मंत्री को 'अयोग्य' बताने पर संसद में हंगामा, BJP ने कहा- "ये दलित का अपमान"

संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने संसद में डीएमके सांसद टीआर बालू से कहा, "आपको सवाल करने का अधिकार है, लेकिन आप हमारे मंत्री को अयोग्य नहीं कह सकते. आप ऐसा करने वाले कौन होते हैं?"

विज्ञापन
Read Time: 21 mins
नई दिल्ली:

तमिलनाडु के लिए केंद्र की बाढ़ सहायता पर चर्चा आज लोकसभा में बड़े पैमाने पर विवाद में बदल गई. डीएमके नेता टीआर बालू ने एक केंद्रीय मंत्री पर निशाना साधते हुए उन्हें 'सांसद या मंत्री बनने के लिए अयोग्य' करार दिया. वहीं बीजेपी ने पलटवार करते हुए डीएमके सांसद पर दलित मंत्री का अपमान करने का आरोप लगाया और उनसे माफी की मांग की.

डीएमके सांसद ए राजा और ए गणेशमूर्ति के बाढ़ के बाद तमिलनाडु को पुनर्निर्माण में सहायता के लिए उठाए गए कदमों पर, केंद्र से सवाल पूछने के बाद तीखी नोकझोंक हुई. जब टीआर बालू बोल रहे थे, तब तमिलनाडु से केंद्रीय मंत्री एल मुरुगन ने हस्तक्षेप किया और टिप्पणी की कि द्रमुक सदस्य 'बेमतलब' का सवाल पूछ रहे हैं.

इस पर नाराज होकर बालू ने कहा, "उन्हें (मुरुगन) कुछ अनुशासन जानना चाहिए. आप संसद सदस्य और मंत्री बनने के योग्य नही हैं. आपके पास हमारा सामना करने की हिम्मत नहीं है, हम आपको सिखाएंगे."

इस पर भाजपा की ओर से भी कड़ी प्रतिक्रिया आई. संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी खड़े हुए और सवाल किया कि टीआर बालू जैसा वरिष्ठ नेता एक मंत्री को 'अयोग्य' कैसे कह सकता है. जोशी ने कहा, "आप उन्हें अयोग्य कैसे कह सकते हैं? ये अनुचित है."

वहीं कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने कहा, "ये अच्छा नहीं है. आप एक मंत्री को अयोग्य कैसे कह सकते हैं? आपको ये टिप्पणी वापस लेनी चाहिए. आपको माफी मांगनी चाहिए. वो एक दलित मंत्री हैं. आप दलितों का अपमान कर रहे हैं. हम इसे बर्दाश्त नहीं करेंगे." मेघवाल ने ये भी कहा कि द्रमुक सांसद ने सदन में 'असंसदीय' शब्द का इस्तेमाल किया है.

प्रह्लाद जोशी ने कहा, "आपको सवाल करने का अधिकार है, लेकिन आप हमारे मंत्री को अयोग्य नहीं कह सकते. आप ऐसा करने वाले कौन होते हैं?"

Advertisement

भाजपा और द्रमुक दोनों सदस्यों ने एक-दूसरे पर कटाक्ष किए और नारे लगाए, जिससे शोर-शराबा शुरू हो गया. हंगामा शांत होने के बाद, टीआर बालू ने फिर से कहा, ''वो राजनीति में रहने के लिए अयोग्य हैं.'' इसके बाद हंगामे का एक और दौर शुरू हो गया.

Advertisement

घटना पर डीएमके सांसद राजा ने समाचार एजेंसी एएनआई से बात की. उन्होंने कहा कि पार्टी के सदस्य इसलिए उत्तेजित थे, क्योंकि बाढ़ राहत पर सवालों पर केंद्र का जवाब टालमटोल करने वाला और गैर-जिम्मेदाराना था. उन्होंने कहा, "टीआर बालू कुछ सवाल पूछना चाहते थे, लेकिन एल मुरुगन ने उन्हें ये कहते हुए रोक दिया कि तमिलनाडु की मांगें उचित नहीं हैं." तब हमने कहा, 'आप तमिलनाडु से सांसद बनने के लायक नहीं हैं, क्योंकि आप इसके हितों के खिलाफ हैं.'

टीआर बालू ने एएनआई को बताया कि उनका प्रश्न मुरुगन के मंत्रालय से संबंधित नहीं है. उन्होंने कहा, "वो तमिलनाडु से हैं. इसलिए हमने कहा कि आप गद्दार हैं. उन्होंने तमिलनाडु के हितों के खिलाफ बात की." मुरुगन राज्यसभा सांसद और सूचना एवं प्रसारण, मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी राज्य मंत्री हैं.

द्रमुक नेता ने कहा कि 'अयोग्य' कोई असंसदीय शब्द नहीं है. भाजपा के इस आरोप के बारे में पूछे जाने पर कि उन्होंने दलितों का अपमान किया है, डीएमके सांसदों ने कड़ा विरोध किया, राजा ने कहा, "मैं भी एक दलित हूं."

Advertisement

वहीं तमिलनाडु बीजेपी प्रमुख ने इस बयान पर टीआर बालू की आलोचना करते हुए कहा कि वो राजनीति के लिए अपमानजनक हैं और ये पहली बार नहीं है कि उन्होंने अनुसूचित जाति समुदाय के किसी सदस्य के बारे में अपमानजनक टिप्पणी की है.

Featured Video Of The Day
Pawan Singh Vs Jyoti Singh: Bihar Elections 2025 पर क्यों हो रहा पवन Vs खेसारी? | Bihar Politics
Topics mentioned in this article