- RSS के प्रमुख मोहन भागवत ने कहा कि भारत पर टैरिफ इसलिए लगाया गया क्योंकि बढ़ते प्रभाव से डर महसूस किया जा रहा.
- भागवत ने अमेरिका का नाम लिए बिना बताया कि टैरिफ का उद्देश्य दूसरे देश के बढ़ने से अपनी स्थिति सुरक्षित रखना है
- उन्होंने मनुष्य और देश को अपनी असली पहचान समझने की आवश्यकता बताई ताकि समस्याओं का समाधान संभव हो सके.
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ यानी RSS के प्रमुख मोहन भागवत ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा भारत पर फोड़े गए टैरिफ बम पर अपनी प्रतिक्रिया दी है. नागपुर में ब्रह्माकुमारीज विश्व शांति सरोवर के 7वें स्थापना दिवस पर बोलते हुए मोहन भागवत ने अमेरिका का नाम लिए बिना कहा कि भारत पर इसलिए टैरिफ लगाया गया है, क्योंकि उसके बढ़ते प्रभाव से डर लग रहा है. उन्होंने कहा कि लोगों के अंदर एक डर होगा कि दूसरा बड़ा हो जाएगा, तो मेरा क्या होगा. हमारा स्थान कहां रहेगा. इसलिए टैरिफ लगा दो.
बिना नाम लिए अमेरिका पर निशाना
मोहन भागवत ने शुक्रवार को कहा कि मनुष्य और देश तब तक समस्याओं का सामना करते रहेंगे जब तक वे अपने वास्तविक स्वरूप को नहीं समझेंगे. नागपुर में ब्रह्माकुमारीज विश्व शांति सरोवर के 7वें स्थापना दिवस पर बोलते हुए भागवत ने कहा कि महिलाओं के नेतृत्व वाले आध्यात्मिक आंदोलन ब्रह्माकुमारीज की तरह, आरएसएस आंतरिक चेतना को जगाने के लिए काम करता है. उन्होंने कहा, "जब तक इंसान और देश अपनी असलियत नहीं समझेंगे, उन्हें समस्याओं का सामना करना पड़ता रहेगा. अगर हम करुणा दिखाएं और डर पर काबू पाएं, तो हमारा कोई दुश्मन नहीं होगा."
मोहन भागवत
आरएसएस प्रमुख ने कहा कि अगर इंसान अपना रवैया "मैं" से "हम" में बदल ले तो सभी समस्याएं हल हो जाएंगी. उन्होंने कहा, "मैं-मेरा के चक्कर में यह सारी बात हुई. जब आप समझ जाओगे कि मैं-मेरा नहीं हम-हमारा है, तब सारी समस्याएं खत्म हो जाएंगी. विश्व को आज सॉल्यूशन (समाधान) चाहिए."