राष्ट्रीय लोक समता पार्टी (RLSP) ने किसानों के बुलाए भारत बंद (Bharat Bandh) का समर्थन किया है. पार्टी ने दो दिन पहले ही प्रस्ताव पास कर किसानों के आंदोलन का समर्थन किया था. रालोसपा की दो दिवसीय समीक्षा बैठक में पार्टी अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने किसानों की मांगों (Farmers Protest) का जायज बताया था और केंद्र सरकार की नीयत पर सवाल उठाते हुए किसान विरोधी कृषि कानूनों (Farm Laws) को तत्काल वापस लेने का प्रस्ताव पेश किया था, जिसे बैठक में पास किया गया था. किसानों ने 8 दिसंबर को कृषि कानूनों के विरोध में पूरे देश में बंद का आह्वान किया है.
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रालोसपा के राष्ट्रीय महासचिव व प्रवक्ता फजल इमाम मल्लिक ने शनिवार को कहा कि किसानों ने अपनी मांगों के समर्थन में 8 दिसंबर को भारत बंद का एलान किया है. रालोसपा (RLSP) इस बंद का समर्थन करती है. पार्टी किसानों की मांगों के साथ खड़ी है और जरूरत पड़ी तो केंद्र सरकार के किसान विरोधी रवैये के खिलाफ पार्टी नेता व कार्यकर्ता सड़क पर उतरेंगे. रालोसपा ने कहा कि केंद्र सरकार (Modi Government) तीनों कानूनों को रद्द करे ताकि देश के अन्नदाता कारपोरेट घराने के हाथों तबाह होने से बचें.
मल्लिक ने बताया कि पार्टी का मानना है कि नया कृषि बिल किसान विरोधी है और इससे खेती-किसानी को खत्म कर इसे कारपोरेट घरानों के सौंपने की साजिश केंद्र सरकार रच रही है. रालोसपा ((RLSP) इसका कड़े शब्दों में निंदा करती है. रालोसपा का मानना है कि केंद्र किसानों का दमन करने पर तुली है ताकि कारपोरेट घराने को फायदा पहुंचाया जा सके.