राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के सांसद मनोज झा ( Manoj Jha) ने यूपी सरकार ( UP government) पर निशाना साधा है. उन्होंने कासगंज थाने में कथित रूप से आत्महत्या करने वाले एक व्यक्ति की मौत मामले पर उत्तर प्रदेश सरकार की जमकर आलोचना की. झा ने कहा कि पुलिस का कहना है कि अल्ताफ की मौत टैप पर लटकने से हुई और उसने आत्महत्या की है. वे अपने झूठ को छिपाने के लिए इससे बेहतर कहानी नहीं बना सकते. उन्होंने कहा कि मेरा मानना है कि इसे संज्ञान में लिया जाना चाहिए.
उन्होंने कहा कि मामले में छोटे कर्मचारी को निलंबित कर बड़ी मछलियों को बचाने की कोशिश की जा रही है. जीवन और संपत्ति की कोई गारंटी नहीं है. सरकार को सभी के लिए कलेच्टिव कन्सर्न का मैटर होना चाहिए. आगरा के अतिरिक्त एडीजीपी राजीव कृष्ण ने कहा कि तुरंत उसे अस्पताल ले जाया गया, लेकिन उसकी मौत हो गई. एसएचओ और चार अन्य पुलिस कर्मियों को लापरवाही के लिए निलंबित कर दिया गया. घटना की जांच के आदेश दिए गए हैं. उन्होंने कहा कि आठ नवंबर को कासगंज के निवासी ने अपनी बेटी के लापता होने की शिकायत दर्ज कराई थी. उसने अपनी शिकायत में एक अल्ताफ का नाम लिया था. इसके बाद उसे आगे की जांच के लिए पुलिस थाने लाया गया.
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वहीं कासगंज के एसपी ने कहा कि पूछताछ के दौरान उसने शौचालय जाने की बात कही और उसे लॉकअप वॉशरूम में भेज दिया गया. वहां उसने गला घोंटने की कोशिश की. पुलिस अधिकारी उसे बेहोशी की हालत में अस्पताल ले गए.
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