बिहार (Bihar) में राजस्व मंत्री रामसूरत राय (Ramsurat Rai) के मामले में विपक्ष ख़ासकर राष्ट्रीय जनता दल (RJD) आक्रामक बना हुआ है. शनिवार सुबह विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) ने एक संवाददाता सम्मेलन में कई आरोप लगाए. उसके बाद विधानसभा में ये मुद्दा उठाया और राजभवन मार्च भी किया. इस बीच, राष्ट्रीय जनता दल के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष शिवानंद तिवारी (Shivanand Tiwary) ने मुख्य मंत्री नीतीश कुमार से पूछा है कि रामसूरत राय के मामले में कानून अपना काम क्यों नहीं कर रहा है?
शनिवार को एक बयान जारी कर शिवानंद तिवारी ने सीएम नीतीश कुमार पर हमला बोला और कहा, "आपका तो दावा है कि आपके राज में कानून अपना काम करता है. इसी तरह का आपका दूसरा दावा, जिसका आप अक्सरहां इस्तेमाल करते हैं, 'ना तो हम किसी को फंसाते हैं, ना ही किसी को बचाते हैं' लेकिन रामसूरत राय के मामले में तो ऐसा होता नहीं दिखाई दे रहा है. अब तक नेता विरोधी दल ने जितना साक्ष्य प्रस्तुत किया है, वह तो रामसूरत राय को मंत्रिमंडल से बाहर करने के लिए पर्याप्त है. बल्कि यह भी कहा जाएगा आपने शराबबंदी को लेकर जो कानून बनाया है उसके मुताबिक तो रामसूरत राय के अनुज की गिरफ्तारी हो जानी चाहिए थी, उनकी जमीन जब्त हो जानी चाहिए थी. तेजस्वी यादव द्वारा इस मामले में अब तक पर दिए गए साक्ष्यों पर अगर आपको संदेह है तो उसकी सत्यता की जांच आप अपने जरिए करा सकते थे."
शिवानंद तिवारी ने कहा, "यहाँ सब को मालूम है कि कानून कागज पर लिखा निर्जीव शब्द है. वह स्वयं अपना काम नहीं करता है बल्कि इसके इस्तेमाल की ताकत जिन लोगों के हाथों में दी गई है, वे तय करते हैं कि कानून किस तरह काम करेगा. अब तक का मेरा तजुर्बा यही है कि जब नीतीश जी को अपनी साख पर बट्टा लगता हुआ दिखाई देता है तो वे अपने करीब से करीब लोगों के दामन को भी झटक देने में देर नहीं लगाते हैं. देखना है, रामसूरत राय का दामन वे कब झटकते हैं?"
तेजस्वी ने अब नीतीश कुमार को कहा असली शराब माफिया, की मंत्री को बर्खास्त करने की मांग
बता दें कि शिवानंद तिवारी फिलहाल राजद में हैं लेकिन इससे पहले लंबे समय तक नीतीश कुमार की पार्टी जनता दल यूनाइटेड में भी रह चुके हैं. वो जेडीयू से सांसद भी रहे हैं और नीतीश कुमार के करीबी लोगों में से एक रहे हैं.