महाराष्ट्र में छाए सियासी संकट के बीच शिवसेना के प्रवक्ता और सांसद संजय राउत ने ट्वीट किया है, इसमें उन्होंने बागी विधायकों से चर्चा के जरिये मामला सुलझाने की अपील की है. बागी विधायकों को संबोधित इस ट्वीट में कहा गया है, 'चर्चा से मार्ग निकल सकता है. चर्चा हो सकती है. घर के दरवाजे खुले हैं. दर-दर क्यों भटक रहे हो? गुलामी झेलने से अच्छा है स्वाभिमान तरीके से निर्णय लें. जय महाराष्ट्र!' गौरतलब है कि कैबिनेट मंत्री और शिवसेना नेता एकनाथ शिंदे के बागी होने के बाद राज्य में मची सियासी उथल-पुथल के बीच शिवसेना ने पार्टी से सभी बागी विधायकों से वापस लौटने की अपील की है. सांसद संजय राउत ने कहा कि हम महाविकास आघाडी सरकार से खुद को अलग करेंगे पर पहले बागी विधायक गुवाहाटी से मुंबई तो वापस आएं. इससे पहले राउत ने अपने विधायकों से व्हाट्सएप और ट्वीट की जगह आमने-सामने बैठकर बात करने की बात कही थी. शिवसेना के दो बागी विधायकों के वापस लौटने के बाद संजय राउत ने पीसी कर कहा कि बागी शिवसेना विधायक 24 घंटे में लौट आएं. हम महाविकास अघाड़ी से निकलने पर विचार करेंगे.
एमवीए से बाहर निकलने पर करेंगे विचार
राउत ने कहा, " इन लोगों (टीम शिंदे) की मुंबई आने की हिम्मत नहीं है. यहां पर आकर उन्हें जो कुछ कहना है, वो कहना चाहिए. यहां पर आकर पत्र व्यवहार करना चाहिए. लेकिन ये सभी लोग गुवाहाटी में बैठकर बातें बना रहे हैं. हिम्मत है तो मुंबई वापस आइए. उद्धव ठाकरे के सामने अपनी बात रखें. मुझे पूरा भरोसा है कि आपकी बात सुनी जाएगी. 24 घंटों के अंदर वापस आइए. एमवीए से बाहर निकलने पर करेंगे विचार."
एक किलोमीटर भागकर चंगुल से निकला
पीसी के दौरान उन्होंने कहा, " टीम शिंदे के 21 विधायक हमारे संपर्क में हैं. हमारे विधायकों का अपहरण किया गया है." इधर, वापस लौटे शिवसेना विधायक नितिन देशमुख ने कहा, " सूरत में बहुत जबरदस्त पुलिस सुरक्षा थी. मुझे जबरन सूरत लेके गए. वहीं, कैलाश पाटिल ने कहा, " मुझे सूरत में कैद करके रखा गया. एक किलोमीटर भागकर चंगुल से निकला. कई MLA मजबूरी के चलते मुंबई नहीं लौट पा रहे हैं."
इधर, संजय राउत ने कहा कि उद्धव ठाकरे जल्द सीएम आवास वर्षा लौटेंगे. फ्लोर टेस्ट हुआ तो हम जीतेंगे क्योंकि हमारे विधायकों का अपहरण किया गया है. हम मौजूदा सरकार में से बाहर निकलने को तैयार हैं. लेकिन जो भी आपकी मांग है, वो मुंबई आकर बताएं आप अगर कहते हैं कि आप सच्चे शिवसैनिक हैं, तो मुंबई लौट आएं.
यह भी पढ़ें -
सिंगल लीडरशिप की मांग पर अड़ा EPS खेमा, शक्ति प्रदर्शन के बीच बैठक छोड़कर निकले पन्नीरसेल्वम
Baba Analysis: समझिए महाराष्ट्र विधानसभा में बहुमत का गणित, मौजूद हैं ये तीन विकल्प