ड्रोन हमले में 'जख्मी' जहाज की वापसी, नौसेना ने मलबा को जांच के लिए फॉरेंसिक लैब भेजा

नौसेना के एक प्रवक्ता ने कहा, ‘‘जहाज के पहुंचने पर भारतीय नौसेना के विस्फोटक आयुध रोधी दल ने हमले का प्रकार और प्रकृति का प्रारंभिक आकलन करने के लिए जहाज का निरीक्षण किया. हमले के क्षेत्र और जहाज पर मिले मलबे का निरीक्षण करने से संकेत मिलता है कि यह ड्रोन हमला था.’

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नई दिल्ली: भारतीय नौसेना ने जहाज एमवी केम प्लूटो के मुंबई बंदरगाह पहुंचने के बाद उसका शुरुआती निरीक्षण किया और कहा कि उस पर भारत के पश्चिमी तट के पास ड्रोन हमला हुआ. लेकिन हमला कहां से हुआ और इसके लिए कितनी मात्रा में विस्फोटक का इस्तेमाल किया गया, यह फॉरेंसिक और तकनीकी जांच के बाद ही पता चल पाएगा. लेकिन प्रारंभिक जांच के बाद पता चला है कि व्यापारी जहाज एमवी केम प्लूटो पर हमला करने वाले विस्फोटकों में पूरी तरह से विस्फोट हो गया था, जिससे व्यापक क्षति हुई. भारतीय नौसेना ने मीडिया को बताया कि अवशेष फोरेंसिक विश्लेषण के लिए भारतीय नौसेना द्वारा एकत्र किए गए हैं."

नौसेना के एक प्रवक्ता ने कहा, ‘‘जहाज के पहुंचने पर भारतीय नौसेना के विस्फोटक आयुध रोधी दल ने हमले का प्रकार और प्रकृति का प्रारंभिक आकलन करने के लिए जहाज का निरीक्षण किया. हमले के क्षेत्र और जहाज पर मिले मलबे का निरीक्षण करने से संकेत मिलता है कि यह ड्रोन हमला था.'

प्रारंभिक जांच के बाद, जो अब मुंबई में है, विस्फोटक आयुध निपटान विशेषज्ञों ने कहा है कि ड्रोन पर विस्फोटक चार्ज "पूरी तरह से विस्फोटित हो गया, जिससे व्यापक क्षति हुई". भारतीय नौसेना ने मीडिया को बताया, "प्रक्षेप्य के अवशेष आगे के फोरेंसिक विश्लेषण के लिए भारतीय नौसेना द्वारा एकत्र किए गए हैं."

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ड्रोन हमले के परिणामस्वरूप, भारत अब व्यापारिक जहाजों की सुरक्षा के लिए हिंद महासागर में युद्धपोत, विमान और अन्य संपत्ति तैनात करेगा. अरब सागर में हाल की समुद्री घटनाओं को देखते हुए आईएन ने समुद्री सुरक्षा अभियान शुरू किया है. क्षेत्र में आईएन के युद्धपोतों और हवाई निगरानी की उपस्थिति बढ़ा दी गई है. राष्ट्रीय समुद्री एजेंसियों के साथ समन्वय में कार्रवाई आगे बढ़ाई जा रही है. नौसेना के अधिकारियों ने यह जानकारी दी है.

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नौसेना और भारतीय तटरक्षक बल पहले ही अरब सागर में विध्वंसक पोत भेज चुके हैं. यूके मैरीटाइम ट्रेड ऑपरेशंस या यूकेएमटीओ द्वारा ड्रोन हमले की सूचना दिए जाने के तुरंत बाद शनिवार को तीन युद्धपोत - एमवी मोर्मुगाओ, कोच्चि और कोलकाता - और समुद्री गश्ती विमान तैनात किए गए थे. 

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