मध्य प्रदेश में भी कोरोना का संकट गहराता जा रहा है. यहां के अरविंदो अस्पताल ने नए मरीज लेना बंद कर दिया है. अस्पताल प्रशासन का कहना है कि ऑक्सीजन की कमी के चलते अस्पताल ने आने वाले दो दिनों तक नए मरीज नहीं लिए जाएंगे. अरविंदो अस्पताल मध्य प्रदेश के सबसे बड़े कोविड अस्पतालो में शुमार है. यहां आने वाले दो दिनो तक नए मरीज भर्ती नहीं किए जाएंगे. अरविंदो अस्पताल प्रबंधन ने हॉस्पिटल के बाहर बोर्ड तक लगा दिया है.
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प्रबंधन का कहना है कि ऑक्सीजन और अन्य जीवनरक्षक दवाइयों की आपूर्ति न होने के कारण नहीं कर सकते हैं. नए मरीज भर्ती करने से मना कर रहे अरविंदो अस्पताल की बेड क्षमता 1400 की है. वर्तमान समय में 1381 मरीज यहां भर्ती हैं. इसमें 250 कोविड मरीज आईसीयू में हैं. अरविंदो हॉस्पीटल के जीएम राजीव ने बताया कि गुरुवार से 2 दिन के लिए नए मरीज लेना बंद किया है. फिलहाल पेशेंट के लिए ऑक्सीजन सप्लाई नहीं मिल पा रहा है. कहीं से भी मैनेज नहीं हो पा रहा है.
प्रशासन से जो ऑक्सीजन मिल रही है, वह भी पर्याप्त नहीं है. अस्पताल की हमारी मशीन 12 टन तक है, जो हम तैयार करते हैं. लेकिन फिर भी हम 18 टन तक क्षमता बढ़ाकर ऑक्सीजन मरीजों को दे रहे हैं. ऑक्सीजन की डिमांड काफी बढ़ चुकी है, अब आवश्यकता 19 टन की है. प्रशासन से सहयोग मिल रहा है पर पर्याप्त मात्रा ऑक्सीजन नहीं मिल रही है. दिन में दो बार प्रशासन की गाड़ी आती है और अब व्यववस्था बनाने के लिए अतिरिक्त सिलेंडर रख रहे हैं. दो दिन में पेशेंट कम होंगे तो हम मेंटेन कर पाएंगे.
मध्य प्रदेश में कोरोना के एक दिन में सबसे ज्यादा 13107 नए मामले बुधवार को सामने आए. जबकि 75 लोगों की मौत हो गई. एमपी में कुल संक्रमितों की संख्या 4,46,811 तक पहुंच गई है. एमपी में पिछले 24 घंटों में इस बीमारी से प्रदेश में और 75 लोगों की मौत हुई है। प्रदेश में अब तक इस बीमारी से मरने वालों की संख्या 4,788 हो गई है. प्रदेश में बुधवार को कोविड-19 के 1781 नये मामले इंदौर में आये, जबकि भोपाल में 1709, ग्वालियर में 1219 एवं जबलपुर में 789 नए केस आए थे.