हमने गणतंत्र के स्पेशल 26 के विशेष शो में अभी आपको विमान दिखाए, युद्धपोत दिखाए, सैन्य टुकड़ियों से रूबरू कराया, आज मिसाइलों की बारी है. आज हम आपको ऐसी दो मिसाइलों के बारे में बताने जा रहे हैं जो इस बार 26 जनवरी की परेड में कर्तव्य पथ पर दिखेंगी. शुरुआत ASAT (ऐंटी सैटेलाइट वेपन) से इसे शक्ति नाम दिया गया है. ये मिसाइल मिनटों में ही किसी भी उपग्रह को तलाश सकता है और उसे तबाह भी कर सकता है. इसकी स्पीड 8 किमी प्रति सेकंड की है.
विश्व में सिर्फ चार देशों के पास ही है ऐसी मिसाइल
इस मिसाइल का सफल परीक्षण 27 मार्च, 2019 को हुआ था. इसके सफल परीक्षण के साथ भारत सुपर-4 में शामिल हो गया था. ऐसी मिसाइल भारत के अलावा अमेरिका, रूस और चीन के पास ही है. इस मिसाइल को अंतरिक्ष में सैटेलाइट गिराने की क्षमता भी हासिल है. इस मिसाइल ने पृथ्वी की निचली कक्षा में 300 किमी दूर भी उपग्रह को मार गिराया है. खास बात ये है कि इसकी तकनीक पूरी तरह स्वदेशी है. यह 10 सेमी की सटीकता के साथ वार करने में सक्षम. इस मिसाइल के होने की वजह से अब कोई भी सैटेलाइट हमारी सीमा में ताकझांक नहीं कर सकता.
अग्नि-5 मिसाइल भी है बेहद घातक
दूसरी सबसे घातक मिसाइल है अग्नि-5. ये मिसाइल भी किसी से कम नहीं है. इसकी रेंज 5000 किलोमीटर से ज़्यादा है. यानी चीन-पाकिस्तान तक मार करने में सक्षम. इसे भी DRDO ने भी डिज़ाइन किया और बनाया. ये सतह से सतह पर मार करने वाली बैलेस्टिक मिसाइल है. ये अंतरमहाद्वीपीय मिसाइल है- यानी एक महाद्वीप से दूसरे महाद्वीप में मार करने में ये पूरी तरह से सक्षम. इसमें डेढ़ टन के ऐटमी हथियार भी लगाए जा सकते हैं.
ऐसी मिसाइलें गिनती के देशों के पास ही हैं.भारत के अलावा, अमेरिका, रूस, फ्रांस और चीन के पास ऐसी मिसाइलें हैं. भारत की सबसे लंबी दूरी तक मार करने वाली मिसाइल. इसका निशाना अचूक है और ये टारगेट को पूरी तरह से बर्बाद कर देता है.