गणतंत्र दिवस परेड (Republic Day Parade) में सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय की झांकी में भारत के संविधान के प्रति सम्मान व्यक्त करने के साथ इसे देश की विरासत, विकास और भविष्य के लिए मार्गदर्शन की आधारशिला के रूप में चित्रित किया गया. झांकी में न्याय, समानता और स्वतंत्रता के सार को दर्शाया गया, जिसमें दिखाया गया कि कैसे संविधान भारत को एक एकजुट, प्रगतिशील और समावेशी समाज के रूप में आकार दे रहा है. संविधान की झांकी को देखकर पीएम मोदी भी बेहद उत्साहित नजर आए जैसे ही संविधान की झांकी कर्तव्य पथ पर पहुंची पीएम मोदी खुशी से झूम उठे. पीएम मोदी खुशी से हाथ लहराने लगे.
संविधान की झांकी का केंद्रबिंदु संविधान की प्रतिकृति थी, जिसकी प्रस्तावना हिंदी और अंग्रेजी दोनों भाषाओं में प्रमुखता से प्रदर्शित थी. इस झांकी में संविधान को अंगीकार किए जाने के 75 साल पूरे होने की झलक भी दिखी. झांकी के किनारों पर अद्वितीय कलाकृति थीं जो भारत की विविधता और गतिशील भावना को दर्शाती हैं.
झांकी में ‘‘वी द पीपुल' (हम लोग) रूपी शिलालेख के माध्यम से देश की पहचान को परिभाषित करने और एक सूत्र में पिरोने में संविधान की भूमिका को रेखांकित किया गया.
भारत आज अपना 76 वां गणतंत्र दिवस मना रहा है. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू (President Draupadi Murmu) ने इस अवसर पर कर्तव्य पथ पर तिरंगा फहराया. कर्तव्य पथ से भारत दुनिया को अपनी ताकत दिखा रहा है. इस वर्ष समारोह का मुख्य विषय संविधान की 75वीं वर्षगांठ है, झांकियों का विषय ‘स्वर्णिम भारत : विरासत और विकास' है. आज परेड में विभिन्न राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की 16 झांकियां और केंद्रीय मंत्रालयों, विभागों और संगठनों की 15 झांकियां प्रदर्शित की जा रही है.
पथ पर गणतंत्र दिवस समारोह की औपचारिक शुरुआत हो गयी है. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कर्तव्य पथ पर तिरंगा फहराने के बाद हेलिकॉप्टर से पुष्प वर्षा की गयी. अब परेड की शुरुआत हो गयी है. सेना के जवान अब करतब दिखाएंगे. कर्तव्य पथ से भारत दुनिया को अपनी ताकत दिखाएगा.
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