राजपथ पर इस साल आयोजित 73वें गणतंत्र दिवस (73rd Republic Day) परेड सबसे ‘बड़े और भव्य' फ्लाईपास्ट की गवाह बनी. इसमें ‘आजादी के अमृत महोत्सव' के उपलक्ष्य में 75 विमानों ने हिस्सा लिया. राजपथ पर विमानों ने उड़ान भर कर राष्ट्रीय जश्न को जोशीला बना दिया. भारतीय वायु सेना ने इसके लिए पहली बार उड़ान के दौरान रिकॉर्ड किए गए वीडियो दिखाने के लिए सरकारी प्रसारक दूरदर्शन के साथ समन्वय किया था. दोनों के कॉर्डिनेशन में बादलों के ऊप उड़ने वाले विमानों के आश्चर्यजनक विहंगम दृश्य राष्ट्रीय टीवी चैनल पर प्रसारित किए गए.
इसके अलावा राजपथ पर यानी परेड स्थल पर बड़ी-बड़ी स्क्रीनों पर भी उन दृश्यों को लाइव दिखाया गया. इस एयर शो में हाल ही में वायु सेना के बेड़े में शामिल किए गए पांच राफेल जेट विमानों ने भी भाग लिया.
राजपथ पर हुए सैन्य प्रदर्शन में पुराने से लेकर अत्याधुनिक जेट और भारतीय नौसेना के मिग-29K जैसे हेलीकॉप्टर से लेकर, P-8I सर्विलांस एयरक्राफ्ट, राफेल, सुखोई, जगुआर, एमआई-17, सारंग, अपाचे और डकोटा ने विभिन्न संरचनाओं को प्रदर्शित किया गया, जिसमें विनाश, तंगैल, राहत, मेघना, एकलव्य, रुद्र, त्रिशूल, तिरंगा, विजय और अमृत शामिल थे. इस भव्य प्रदर्शन में थल सेना, नौसेना और वायु सेना के विमानों ने भाग लिया.
फ्लाईपास्ट में 1971 के युद्ध के तंगेल हवाई हमला अभियान के सम्मान में ‘तंगेल फॉर्मेशन' प्रदर्शित की गई. इसके तहत दो डॉर्नियर और एक डकोटा विमान ने जीत को दर्शाने वाले अंग्रेजी के ‘वी' अक्षर के आकार में उड़ान भरी.
फ्लाईपास्ट की शुरुआत चार एमआई-17 विमानों ने ‘ध्वज' के आकार में उड़ान से की. इसके बाद क्रमश: चार और पांच एडवांस्ड लाइट हेलीकॉप्टर (एएलएच) ने ‘रुद्र' व ‘राहत' फॉर्मेशन का प्रदर्शन किया.
फ्लाईपास्ट में चार एमआई-17 एस और एक चिनूक विमान से लैस ‘मेघना फॉर्मेशन' भी पेश की गई. गणतंत्र दिवस परेड में राफेल के अलावा नौसेना के मिग29के और पी-81 निगरानी विमानों ने भी अपनी शक्ति का प्रदर्शन किया.
फ्लाईपास्ट का समापन ‘अमृत' शब्द के आकार में उड़ान भरने वाले 17 जगुआर लड़ाकू विमानों ने किया. इस साल दर्शकों ने परेड स्थल पर मौजूद स्क्रीन के साथ-साथ फ्लाईपास्ट से जुड़े वीडियो प्रसारण में भी विमानों के कॉकपिट का नजारा देखा.