गणतंत्र दिवस परेड (Republic Day Parade) की झांकियों को लेकर आम आदमी पार्टी (Aam Aadmi Party) और भाजपा (BJP) आमने-सामने है. दिल्ली सरकार (Delhi Government) के कला, संस्कृति, और भाषा मंत्री सौरभ भारद्वाज ने शुक्रवार को कहा कि भाजपा नीत केंद्र सरकार ने राष्ट्रीय राजधानी और सीमावर्ती राज्य (पंजाब) में शासन कर रही आम आदमी पार्टी से ‘बदला लेने के लिए' गणतंत्र दिवस परेड के लिए दिल्ली और पंजाब की झांकियां खारिज (Delhi and Punjab Tableaux Rejected) कर दी हैं. साथ ही भारद्वाज ने कहा कि केंद्र ने तीन सालों से दिल्ली की झांकियों को इस परेड में शामिल नहीं किया है.
अधिकारियों के अनुसार गणतंत्र दिवस परेड में आखिरी बाद 2021 में दिल्ली की झांकी को जगह मिली थी. उसमें शाहजहांनाबाद पुनर्विकास परियोजना को दर्शाया गया था. भारद्वाज ने कहा कि इस साल दिल्ली की झांकी में शहर के विद्यालयों एवं मोहल्ला क्लीनिक मॉडल को प्रदर्शित किया जाना था. मंत्री ने कहा, ‘‘देश की राजधानी दिल्ली की झांकी को केंद्र ने खारिज कर दिया. उसकी झांकी को 2022, 2023 और अब फिर 2024 की परेड के लिए खारिज कर दिया गया.''
उन्होंने कहा कि 2023 में गणतंत्र दिवस परेड के वास्ते दिल्ली की झांकी का विषय ‘नारी शक्ति' था और 2024 की परेड के लिए झांकी का विषय ‘विकसित भारत' था. उन्होंने कहा, ‘‘कोई नहीं कह सकता कि यह डिजायन प्रतिस्पर्धा है. केंद्र ने हमें कुछ सुझाव दिये थे और हमने उन्हें ( अपने झांकी प्रस्ताव में) शामिल किया था. यदि वह हमें कुछ और सुझाव देते तो हम उन्हें भी शामिल करते. हमारी झांकी विद्यालयों एवं मोहल्ला क्लीनिक मॉडल को दर्शातीं.''
भारद्वाज ने कहा कि यह महज संयोग नहीं है कि पंजाब के झांकी प्रस्ताव को भी खारिज कर दिया गया है. उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘केंद्र आप से बदला लेने के लिए ऐसा कर रहा है.''
बुधवार को पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने उनके राज्य की झांकी को परेड में शामिल नहीं करने को लेकर केंद्र पर प्रहार किया था और उसपर भेदभाव का आरोप लगाया था. उन्होंने आरोप लगाया था कि झांकियों के लिए चुने गये राज्यों में 80 फीसद भाजपा द्वारा शासित राज्य हैं.
इस पर पलटवार करते हुए गुरुवार को भाजपा की प्रदेश इकाई के प्रमुख सुनील जाखड़ ने मान पर गणतंत्र दिवस परेड के लिए राज्य की झांकी के राजनीतिकरण का आरोप लगाया था. उन्होंने आरोप लगाया था कि आम आदमी पार्टी (आप) सरकार ने जोर देकर कहा था कि झांकी में उनकी और अरविंद केजरीवाल की तस्वीरें थीं और यही एक कारण था कि इसे गणतंत्र दिवस की परेड से बाहर कर दिया गया. जाखड़ ने कहा, 'आप सरकार इस बात पर अड़ी थी कि इस पर केजरीवाल और भगवंत मान की तस्वीरें होनी चाहिए, जिसकी प्रोटोकॉल के मुताबिक अनुमति नहीं है. पंजाब की झांकी को बाहर करने का यह एक कारण था.'
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने राज्य की झांकी का इस्तेमाल अपने व्यक्तिगत प्रचार के लिए करने का आरोप लगने के एक दिन बाद शुक्रवार को चुनौती दी कि यदि भाजपा की प्रदेश इकाई के प्रमुख सुनील जाखड़ यह आरोप साबित कर देते हैं, तो वह राजनीति छोड़ देंगे. मुख्यमंत्री ने कहा कि जाखड़ ने जब यहां बृहस्पतिवार को संवाददाता सम्मेलन में ये आरोप लगाए तो वह ऐसे हकला रहे थे जैसे कोई झूठा हकलाता है. मान ने कहा कि हालांकि, वह जाखड़ के प्रति सहानुभूति व्यक्त करते हैं, जो हाल में भाजपा में शामिल हुए हैं और उन्हें 'उन्हें दी गई पटकथा पढ़नी होगी.' लुधियाना में पत्रकारों से बात करते हुए मान ने कहा, 'जाखड़ को सबूत देना चाहिए कि अरविंद केजरीवाल या भगवंत मान की तस्वीरें झांकी पर लगी थीं. क्या वे सोचते हैं कि हम पागल हैं?'
मान ने कहा, 'अगर जाखड़ यह साबित कर दें तो मैं राजनीति छोड़ दूंगा.'
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