यूपी में कोरोना का कहर हल्का पड़ता नजर आ रहा है. UP में 21 जून से छूट बढ़ने के संकेत हैं. इसमें रेस्तरां, मॉल आधी क्षमता के साथ खुलेंगे.उत्तर प्रदेश में कोरोना केसों की संख्या में आ रही लगातार कमी के मद्देनजर अगले 21 जून से कोरोना कर्फ्यू में और छूट दी जाएगी. रात का कोरोना कर्फ्यू 9 बजे से अगले दिन सुबह 07 बजे तक होगा. इसके साथ ही कोविड प्रोटोकॉल के तहत रेस्टोरेंट व मॉल को 50 फीसदी क्षमता के साथ खोला जा सकेगा. इसी तरह पार्क, स्ट्रीट फूड वग़ैरह चलाने की भी इजाज़त दी जाएगी. इन जगहों पर कोविड हेल्प डेस्क कायम करना ज़रूरी होगा. नई व्यवस्था के बारे में विस्तार से गाइडलाइंस जारी की जाएगी. गौरतलब है कि यूपी में कोरोना के नए मामलों की संख्या लगातार कम होते हुए तीन अंकों में पहुंच गई है. राज्य में इस समय कोरोना के 10 हजार से कम एक्टिव मामले हैं.
गौरतलब है कि यूपी में कोरोना के मामले 500-600 के करीब रह गए हैं. मौतों की संख्या में भी तेज गिरावट दर्ज की गई है. यूपी सरकार ने पहले ही औद्योगिक गतिविधियों और कार्यस्थलों पर कामकाज की क्षमता और समयसीमा बढ़ा दी है. राज्य सरकार ने वैक्सीनेशन के काम को भी तेज कर दिया है. ताकि ज्यादा से ज्यादा लोगों को कोविड के खिलाफ सुरक्षा कवच दिया जा सके. उत्तर प्रदेश में जिला पंचायत अध्यक्ष पद के चुनावों का ऐलान भी हो गया है. राज्य के निर्वाचन आय़ोग के अनुसार तीन जुलाई को मतदान होगा. यूपी निर्वाचन आयुक्त के अनुसार, जिला पंचायत अध्यक्ष जिलों की जिला पंचायत के निर्वाचित सदस्यों में से चुने जाएंगे. इसके लिए 26 जून को नामांकन और नामांकन पत्रों की जांच की जाएगी.
नाम वापस लेने की अंतिम तारीख 29 जून है. मतदान तीन जुलाई को 11 से 3 बजे तक होगा. इसके बाद मतगणना प्रारंभ की जाएगी. यूपी के 75 जिलों में चार चरणों में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के लिए मत डाले गए थे. पहले चरण में 15 अप्रैल, दूसरे में 19 अप्रैल, तीसरे में 26 अप्रैल और चौथे चरण में 29 अप्रैल को मतदान हुआ था. यूपी में पंचायत चुनाव पहले ही संपन्न हो चुके हैं. इस दौरान कोरोना का प्रसार बेहद तेजी से हुआ था, हालांकि धीरे-धीरे इस पर काबू पा लिया गया.
यूपी के सभी जिलों में लॉकाउन जैसी सख्त पाबंदियां पहले ही हटा ली गई हैं. राज्य में एक जून से अनलॉक की प्रक्रिया शुरू की गई थी. शुरुआती दौर में 55 जिलों में लॉकडाउन में ढील दी गई थी. तब सरकार ने तय किया था, जिस जिले में 600 से कम एक्टिव केस रह जाएंगे. वहीं ढील दी जाएगी. औद्योगिक गतिविधियों में ढील के साथ ही यूपी में स्थितियां सामान्य होने लगी हैं.