- लाल किले के सामने हुए कार धमाके में मारे गए संदिग्ध का नाम डॉ. उमर मोहम्मद बताया जा रहा
- विस्फोट में इस्तेमाल कार को तारिक अहमद नामक व्यक्ति ने दी थी, जो फरीदाबाद टेरर मॉड्यूल से जुड़ा हो सकता है
- पुलिस ने अभी तक पुष्टि नहीं की है कि कार को कौन चला रहा था, डीएनए टेस्ट के बाद ही पुष्टि संभव होगी
लाल किले के सामने हुए धमाके में नए-नए खुलासे हो रहे हैं. शक है कि कार ब्लास्ट में मारे गए संदिग्ध का नाम डॉ. उमर यू नबी है. फरीदाबाद के मेडिकल कॉलेज में पढ़ाता था. उमर को जिस शख्स ने i20 कार दी थी, वो तारिक अहमद है. इस कार में ही लाल किले के सामने ब्लास्ट हुआ था. डॉ. उमर को फरीदाबाद टेरर मॉड्यूल से भी जोड़ा जा रहा है, जिसका भंडाफोड़ हाल ही में हुआ था. हालांकि, पुलिस ने अभी ये पुष्टि नहीं की है कि कार उमर ही चला रहा था. पुलिस का कहना है कि डीएनए टेस्ट के बाद ही यह पक्के तौर पर कहा जा सकता है कि आखिर जिस कार में ब्लास्ट हुआ, उसे कौन चला रहा था.
लाल किले के पास जिस कार में सोमवार शाम को विस्फोट हुआ, उसके चालक का कथित तौर पर फरीदाबाद आतंकवादी मॉड्यूल से संबंध था. दिल्ली पुलिस के सूत्रों ने मंगलवार को यह जानकारी दी. इस विस्फोट में नौ लोगों की मौत हो गई है. सूत्रों के अनुसार, पुलवामा का निवासी और पेशे से चिकित्सक उमर मोहम्मद कथित तौर पर वह हुंदै आई20 कार चला रहा था, जो लाल किला मेट्रो स्टेशन के पास पार्किंग क्षेत्र में हुए विस्फोट में इस्तेमाल हुई थी.
पुलिस सूत्रों ने बताया कि प्रारंभिक पुलिस जांच के अनुसार विस्फोट में अमोनियम नाइट्रेट, ईंधन तेल और डिटोनेटर का इस्तेमाल किया गया हो सकता है. पुलिस सूत्र ने कहा कि प्रारंभिक जांच से यह संकेत मिलता है कि दिल्ली में हुए विस्फोट का फरीदाबाद के आतंकवादी मॉड्यूल से संबंध हो सकता है, जहां से 360 किलोग्राम अमोनियम नाइट्रेट जब्त किया गया था. सूत्र ने कहा, 'अंतिम रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है.'
पुलिस ने कहा कि सीसीटीवी फुटेज में 'मास्क पहने हुए एक व्यक्ति' को कार चलाते हुए देखा जा सकता है. उसने कहा कि कई टीम को लाल किले और उसके आसपास के रास्तों के सीसीटीवी फुटेज की जांच करने के लिए तैनात किया गया है.
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