पिछले सप्ताह भारतीय जनता पार्टी (BJP) में शामिल हुए केरल कांग्रेस के पूर्व नेता अनिल एंटनी ने बुधवार को कांग्रेस के एक नेता पर कटाक्ष किया, जिन्होंने पार्टी के अन्य नेताओं और कार्यकर्ताओं से ट्विट पर अनिल को अनफॉलो करने की अपील की थी. कांग्रेस के दिग्गज नेता ए.के. एंटनी के सुपुत्र अनिल एंटनी ने लिखा, "कांग्रेस की केरल इकाई में गिरावट की एक वजह यह है कि वह 'असलियत से कट चुकी' है..."
अनिल एंटनी ने कहा कि माइक्रो-ब्लॉगिंग वेबसाइट ट्विटर पर लोग इसलिए आते हैं, ताकि सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर लोगों द्वारा शेयर की गई सूचनाओं और विचारों के आधार पर अपनी समझ से राय कायम कर सकें.
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उन्होंने ट्वीट में लिखा, "आमतौर पर लोग विचारों को जानने के लिए ट्विटर पर आते हैं - हर विषय पर, इस बारे में जानकारी हासिल करने के लिए कि अलग-अलग तरह के लोग क्या-क्या सोचते हैं... यह उन्हें राय बनाने में मदद कर सकता है... जब आप अलग-अलग विचारों वाले सभी लोगों को अनफॉलो कर देते हैं, और सिर्फ़ अपने जैसे विचार वालों की ही सुनते हैं - तो आप ऐसे माहौल में पहुंच जाते हैं, जो असलियत से कटा हुआ होता है - जो केरल कांग्रेस की मौजूदा हालत की एक मुख्य वजह है..."अनिल एंटनी का यह ट्वीट उस ट्वीट के जवाब में किया गया, जो केरल कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष टी. सिद्दीक द्वारा किया गया था, जिसमें पार्टी सदस्यों से अनिल एंटनी को अनफॉलो करने के लिए कहा गया था.
कांग्रेस की कई सामाजिक पहलों और डिजिटल अभियानों से जुड़े रहे अनिल एंटनी पिछले सप्ताह BJP में शामिल हो गए थे. इस मौके पर उन्होंने कहा था कि वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह के नेतृत्व से प्रभावित हैं. अनिल एंटनी ने वर्ष 2002 के गुजरात दंगों और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर आधारित BBC की डॉक्यूमेंटरी फिल्म पर उपजे विवाद के बाद जनवरी में कांग्रेस छोड़ दी थी.
अनिल एंटनी ने संवाददाताओं से बातचीत के दौरान कहा, "कांग्रेस का प्रत्येक कार्यकर्ता मानता है कि वह एक परिवार के लिए काम कर रहा है, लेकिन मेरा मानना है कि मैं देश के लिए काम कर रहा हूं... प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पास मल्टी-पोलर दुनिया में भारत को आगे ले जाने के लिए बेहद स्पष्ट दृष्टिकोण है..."
अनिल एंटनी के पिता और पूर्व रक्षामंत्री ए.के. एंटनी ने अनिल के फ़ैसले पर नाराज़गी और निराशा व्यक्त की थी, और इसे 'गलत निर्णय' और अपने लिए 'बेहद दर्दनाक' पल करार दिया था.