तृणमूल कांग्रेस के नेता अभिषेक बनर्जी ने आज कहा कि वह कथित धनशोधन मामले की जांच के लिए तैयार हैं जिसके लिए प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने उन्हें नई दिल्ली तलब किया है. डायमंड हार्बर के सांसद ने कहा यदि उनके खिलाफ आरोप साबित होते हैं तो वह सार्वजनिक रूप से सूली पर चढ़ने को तैयार हैं. पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी को सार्वजनिक क्षेत्र के अधिकारियों की मिलीभगत से पश्चिम बंगाल के आसनसोल इलाके में खदानों से कोयले की कथित चोरी की जांच के सिलसिले में कल नई दिल्ली में ईडी के सामने पेश होने के लिए कहा गया है.
उनकी पत्नी रुजीरा बनर्जी को भी 1 सितंबर को एजेंसी के सामने पेश होने के लिए कहा गया था. हालांकि, उन्होंने इनकार कर दिया. उन्होंने अपने दो छोटे बच्चों का हवाला देते हुए ईडी से उनके कोलकाता स्थित घर पर पूछताछ करने को कहा.
अभिषेक बनर्जी ने नई दिल्ली के रास्ते में कोलकाता हवाई अड्डे पर संवाददाताओं से कहा, "मैंने नवंबर में जनसभाओं में जो कहा था, मैं दोहराता हूं. अगर कोई केंद्रीय एजेंसी 10 पैसे के किसी भी अवैध लेनदेन में मेरी संलिप्तता साबित कर सकती है, तो सीबीआई या ईडी जांच की कोई आवश्यकता नहीं होगी. मैं मंच पर सार्वजनिक रूप से फांसी के लिए तैयार हूं."
उन्होंने कहा, "मैं किसी भी जांच के लिए तैयार हूं. लेकिन वे चीजों को सार्वजनिक क्यों नहीं कर रहे हैं? कोलकाता स्थित एक मामले के लिए उन्होंने मुझे दिल्ली बुलाया है."
उन्होंने पूछा, पश्चिम बंगाल में विपक्ष के नेता सुवेंदु अधिकारी का नाम लिए बिना उन्होंने पूछा कि नारद रिश्वत मामले में भाजपा विधायक के खिलाफ चार्जशीट क्यों नहीं की गई. उन्होंने कहा, "टीवी पर जो लोग बेशर्मी से हाथ उठाते और नकदी लेते दिख रहे हैं... ईडी और सीबीआई उनके मामलों में आंखें क्यों मूंद लेती है? चार्जशीट में उनके नाम क्यों नहीं हैं?"
कुछ महीने पहले तक मुख्यमंत्री बनर्जी के करीबी रहे अधिकारी को 2018 में अपने एक सुरक्षा गार्ड की अप्राकृतिक मौत की जांच के सिलसिले में राज्य पुलिस के सामने पेश होना है.
बनर्जी ने कहा, "वे चुनाव में तृणमूल से हार गए हैं और राजनीतिक रूप से हमारा सामना करने में असमर्थ हैं, वे बदले की राजनीति कर रहे हैं."