RBI Repo Rate : केंद्रीय रिजर्व बैंक शुक्रवार को अपने मौद्रिक नीति समिति की समीक्षा (RBI MPC Review) पेश करने वाला है. केंद्रीय बैंक सुबह 10 बजे द्विमासिक मौद्रिक नीति समीक्षा पेश करेगा. ऐसी संभावना है कि केंद्रीय बैंक मुद्रास्फीति दबाव को देखते हुए नीतिगत दर के मामले में यथास्थिति बनाये रख सकता है. इसके पहले कई सत्रों से आरबीआई प्रमुख ब्याज दरों (Repo Rate) को स्थिर रख रहा है. पिछली बार आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास (RBI Governor Shaktikanta Das) ने कहा था कि देश में आर्थिक गतविधियां तेज गति पकड़ रही हैं, जिसके चलते बैंक रेपो रेट को स्थिर रख रहा है और जबतक जरूरी होगा, तब तक यही स्थिति बनी रहेगी.
बता दें कि अभी रेपो रेट 4 प्रतिशत और रिवर्स रेपो रेट 3.5 प्रतिशत पर है.
हफ्ते की शुरुआत में आर्थिक विश्लेषकों ने भी कहा था कि कोविड-19 महामारी की तीसरी लहर की आशंका और खुदरा मुद्रास्फीति के बढ़ने के बीच भारतीय रिजर्व बैंक प्रमुख नीतिगत दरों को यथावत रख सकता है. विशेषज्ञों ने कहा था कि केंद्रीय बैंक कोई निर्णायक कार्रवाई करने से पहले वृहद आर्थिक स्थिति को कुछ और समय देखेगा.
इसके अलावा जीडीपी ग्रोथ की दरों और सीपीआई इंफ्लेशन (कंज्यूमर प्राइस इंडेक्स या खुदरा मुद्रास्फीति) की दरों पर भी नजर रहेगी. पिछली बार रिजर्व बैंक ने चालू वित्त वर्ष में आर्थिक वृद्धि के अनुमान को 10.5 प्रतिशत से घटा कर 9.5 प्रतिशत कर दिया था. वहीं वित्त वर्ष 2021-22 के लिए सीपीआई इंफ्लेशन का अनुमान 5.1% पर किया गया है.
बता दें कि रिजर्व बैंक के गवर्नर की अगुवाई वाली छह सदस्यीय एमपीसी महत्वपूर्ण नीतिगत दरों पर फैसला लेती है.