रमन सिंह होंगे छत्तीसगढ़ विधानसभा के स्पीकर, अरुण साव और विजय शर्मा बनेंगे डिप्टी CM : सूत्र

रमन सिंह 2003 से 2018 तक छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री रहे हैं. साथ ही इस बार भी वो मुख्‍यमंत्री के दावेदार माने जा रहे थे.

Advertisement
Read Time: 24 mins
नई दिल्‍ली:

छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) में विष्‍णुदेव साय (Vishnu Deo Sai) को मुख्‍यमंत्री बनाए जाने के साथ ही दो विधायकों को उपमुख्‍यमंत्री बनाया जाएगा. सूत्रों के मुताबिक, पूर्व मुख्‍यमंत्री रमन सिंह (Raman Singh) इस बार छत्तीसगढ़ विधानसभा में स्‍पीकर की भूमिका निभाएंगे, वहीं अरुण साव (Arun Sao) और विजय शर्मा (Vijay Sharma) राज्‍य सरकार में उप मुख्‍यमंत्री होंगे. रमन सिंह 2003 से 2018 तक छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री रहे हैं. साथ ही इस बार भी वो मुख्‍यमंत्री के दावेदार माने जा रहे थे. हालांकि पार्टी ने विष्‍णुदेव साय पर भरोसा जताया है. विधायक दल की बैठक में रमन सिंह ने ही विष्‍णुदेव साय के नाम का प्रस्‍ताव पेश किया था, जिस पर सभी नवनिर्वाचित विधायकों ने सर्वसम्‍मति से अपनी सहमति जताई. 

छत्तीसगढ़ के पूर्व सीएम रमन सिंह का कहना है, ''यह एक बड़ी उपलब्धि है कि एक योग्य उम्मीदवार को सीएम की जिम्मेदारी दी गई है. विष्णुदेव साय नए अवसर के साथ निश्चित रूप से सफल होंगे. पार्टी में सभी की जिम्मेदारी तय है.'' 

Advertisement
अरुण साव भी थे मुख्‍यमंत्री पद की दौड़ में 

एक आदिवासी को मुख्‍यमंत्री बनाने और दो उप मुख्‍यमंत्रियों के साथ भाजपा ने सामाजिक समीकरण साधने की कोशिश की है. रमन सिंह राजपूत समाज से आते हैं तो अरुण साव ओबीसी और विजय शर्मा ब्राह्मण हैं. रमन सिंह के साथ ही अरुण साव भी प्रदेश में मुख्‍यमंत्री की दौड़ में थे. भाजपा को उम्‍मीद है कि प्रदेश के शीर्ष नेताओं को तरजीह देने से राज्‍य में गुटबाजी को दूर रखने में मदद मिलेगी. 

Advertisement
विष्‍णदेव साय और रमन सिंह के करीबी हैं शर्मा 

विजय शर्मा पार्टी के महासचिव हैं. उन्‍हें नए मुख्‍यमंत्री विष्‍णुदेव साय के साथ ही रमन सिंह का भी करीबी माना जाता है. हाल ही में संपन्न विधानसभा चुनाव में उन्होंने मंत्री अकबर भाई को करीब 40 हजार वोटों से हराया है. 

Advertisement
सामाजिक समीकरण साधने की कोशिश 

राज्य की आबादी में आदिवासियों की संख्या लगभग 32 फीसदी है तथा सरगुजा क्षेत्र के जशपुर जिले से आने वाले विष्णुदेव साय भाजपा की कार्ययोजना में बिल्कुल फिट बैठते हैं. ओबीसी राज्‍य में सबसे सामाजिक प्रभावशाली सामाजिक समूह है और इसके बाद आदिवासी समुदाय का नंबर आता है. 

Advertisement

विधानसभा चुनाव से ठीक एक साल पहले 2022 में विष्‍णुदेव साय की जगह ओबीसी नेता अरुण साव को प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त किया गया था. 

ये भी पढ़ें :

* सरपंच से CM तक... : विष्णुदेव साय को छत्तीसगढ़ की कमान, जानें- उनका सियासी सफर
* छत्तीसगढ़ के नए मुख्यमंत्री होंगे विष्णुदेव साय, पूर्व CM रमन सिंह के हैं करीबी
* "आज बहुत खुश हूं..." : विष्णुदेव साय को छत्तीसगढ़ CM चुने जाने के बाद उनकी मां; देखें VIDEO

Featured Video Of The Day
Hokato Sema Story: जंग के मैदान से लेकर पैरालंपिक कांस्य पदक तक, होकातो सेमा के संघर्ष की कहानी
Topics mentioned in this article