बेंगलुरु: कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धरमैया ने सोमवार को आरोप लगाया कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने अयोध्या स्थित मंदिर में केवल भगवान राम की मूर्ति स्थापित कर उन्हें लक्ष्मण, सीता और अंजनेय से अलग कर दिया. सिद्धरमैया ने अयोध्या में केवल भगवान राम की मूर्ति स्थापित किए जाने पर सवाल करते हुए कहा, ‘‘लक्ष्मण, सीता और अंजनेय के बिना राम पूरे नहीं हो सकते. वे (भाजपा) राम को अलग कर रहे हैं. यह सही नहीं है.''
मुख्यमंत्री ने यह भी आरोप लगाया कि भाजपा भगवान राम की पूजा नहीं करती. उन्होंने कहा कि कांग्रेस महात्मा गांधी के भगवान राम की पूजा करती है. सिद्धरमैया ने यहां एक राम मंदिर का उद्घाटन करने के बाद संवाददाताओं से कहा, ‘‘कांग्रेस महात्मा गांधी के राम को पूजती है, जबकि भाजपा उनकी पूजा नहीं करती.''
उन्होंने कहा कि उनके द्वारा यहां मंदिर का उद्घाटन किए जाने का कोई राजनीतिक कारण नहीं है. उन्होंने कहा, ‘‘मैंने अपने गांव में श्रीरामचंद्र मंदिर बनवाया. मैंने राजनीतिक कारणों से ऐसा नहीं किया.''
सिद्धरमैया ने सवाल किया कि क्या अयोध्या में श्रीरामचंद्र पूरे भारत के गांवों में मौजूद श्रीरामचंद्र से अलग हैं. मुख्यमंत्री ने कहा कि वह किसी और दिन अयोध्या जाएंगे. उन्होंने कहा कि वह सोमवार को वहां नहीं गए क्योंकि भाजपा ‘‘भगवान राम का राजनीतिकरण'' कर रही है.
सिद्धरमैया ने कहा, ‘‘राम को लेकर कोई राजनीति नहीं होनी चाहिए क्योंकि श्रीरामचंद्र सबके हैं. वह केवल भाजपा के भगवान नहीं हैं. वह हर हिंदू के भगवान हैं.'' उन्होंने कहा, ‘‘हम भी श्रीरामचंद्र की पूजा करते हैं और हम भी उनके भक्त हैं. हमने भी राम मंदिर बनवाया है.''
मुख्यमंत्री ने भाजपा पर कांग्रेस को हिंदू विरोधी के रूप में पेश करने का आरोप लगाया और इस ‘‘दुष्प्रचार'' के लिए उसकी आलोचना की. सिद्धरमैया ने कहा, ‘‘हम श्रीरामचंद्र के खिलाफ नहीं हैं.''