राकेश टिकैत किसान पंचायत के अगले पड़ाव में प्रचार करने गुजरात पहुंचे, इन जिलों का करेंगे दौरा

टिकैत ने गुजरात की सीमा में प्रवेश करने के साथ ही अपना पासपोर्ट दिखाया और कहा कि अगर गुजरात में आने के लिए इसकी जरूरत पड़ी तो उसे ध्यान में रखते हुए वह ये लेकर आए हैं.

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Rakesh Tikait
बनासकांठा:

भारतीय किसान यूनियन (Bhartiya Kisan Union) के नेता राकेश टिकैत (Rakesh Tikait Gujarat) कृषि कानूनों के खिलाफ चल रहे किसान आंदोलन के तहत किसानों को एकजुट करने के लिए गुजरात का दो दिन का दौरा करेंगे. भाकियू नेता राकेश टिकैत ने गुजरात का अपना दो दिनी दौरा रविवार को बनासकांठा जिले में मां अंबाजी मंदिर में मत्था टेक कर शुरू किया. टिकैत तीन कृषि कानूनों के खिलाफ प्रचार करेंगे. टिकैत कृषि कानूनों के खिलाफ एक-एक राज्य जाकर प्रचार कर रहे हैं और किसानो ंको जागरूक कर रहे हैं.

टिकैत ने गुजरात की सीमा में प्रवेश करने के साथ ही बीजेपी और केंद्र सरकार पर परोक्ष तौर पर निशाना साधा. टिकैत ने अपना पासपोर्ट दिखाया और कहा कि अगर गुजरात में आने के लिए इसकी जरूरत पड़ी तो उसे ध्यान में रखते हुए वह ये लेकर आए हैं. टिकैत पड़ोसी राज्य राजस्थान के आबू रोड स्टेशन पर ट्रेन से उतरे, जहां किसानों ने उनका स्वागत किया.

टिकैत से जब पूछा गया कि क्या वह कोरोना निगेटिव रिपोर्ट लेकर आये हैं, जो गुजरात में यात्रा करने के लिए रखना अनिवार्य है, तो उन्होंने हां में जवाब दिया. भाकियू नेता ने कहा कि उनके पास सभी दस्तावेज हैं. उन्होंने पासपोर्ट लहराते हुए कहा कि अगर गुजरात में प्रवेश करने के लिए इसकी आवश्यकता पड़ी तो वो तैयार हैं. टिकैत पालनपुर में किसानों को संबोधित करेंगे. केंद्र के कृषि सुधार कानूनों के खिलाफ सैकड़ों किसान पिछले साल नवंबर से दिल्ली की सीमाओं पर डेरा डाले हुए हैं।

प्रदर्शनकारी किसान एमएसपी की कानूनी गारंटी के साथ ही तीनों कानूनों को रद्द करने की मांग कर रहे हैं. सरकार और किसान यूनियनों के बीच दस से अधिक दौर की बातचीत गतिरोध खत्म करने में नाकाम रही है.

(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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